एक दमकल के लिए पहुंच पाना मुश्किल
विस्तृत भू-भाग में फैले पोकरण क्षेत्र में केवल एक दमकल के लिए हर जगह पहुुंच पाना मुश्किल हो जाता है। हालांकि सूचना पर पोकरण नगरपालिका की ओर से दमकल भिजवाई जाती है, लेकिन दूरी के कारण कई बार समय पर नहीं पहुंच पाने के कारण पीडि़त के साथ नगरपालिका को भी आर्थिक नुकसान होता है। कई बार नजदीकी सोलर कंपनियों की दमकल भी बुलवाई जाती है। ऐसे में भणियाणा व नाचना में दमकल की जरुरत महसूस हो रही है।
बढ़ रहा है व्यय भार
नगरपालिका की ओर से कस्बे में आग की घटना पर नियंत्रण के लिए दो वाहन खरीदे गए है। यहां नागरिक सुरक्षा विभाग की यूनिट नहीं होने की स्थिति में पोकरण व भणियाणा उपखंड क्षेत्र में कहीं पर भी आग लग जाने पर इस वाहन को बाहर भेजा जाता है, लेकिन वाहन में ईंधन की व्यवस्था प्रशासन की ओर से नहीं किए जाने के कारण गाड़ी में डीजल भी नगरपालिका को भरवाना पड़ता है, जिससे नगरपालिका पर व्यय भार बढ़ता जा रहा है। जिसके पुनर्भरण की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते नगरपालिका को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि नियमों के अनुसार जिस ग्राम पंचायत में आग बुझाने के लिए दमकल वाहन जाता है, संबंधित ग्राम पंचायत की ओर से ईंधन की व्यवस्था करनी होती है, लेकिन किसी भी ग्राम पंचायत की ओर से ऐसी व्यवस्था नहीं की जा रही है। फैक्ट फाइल-
- 300 से अधिक गांव है पोकरण व भणियाणा उपखंड की
- 3 लाख से अधिक की आबादी करती है निवास
- 130 किमी दूर है उत्तर दिशा में अंतिम छोर
- 100 किमी दक्षिण में लगता है भणियाणा का क्षेत्र
- 80 किमी तक पश्चिम में फैला है पोकरण क्षेत्र
- 100 से अधिक होती है प्रतिवर्ष आगजनी की घटनाएं
- 2 दमकल है पोकरण नगरपालिका के पास