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जैसलमेर

जान देकर निभाई प्रकृति से निष्ठा: न हथियार और न अधिक संसाधन… फिर भी डटे थे पर्यवरण योद्धा

रेगिस्तान की तपती धरती शुक्रवार रात हादसे के बाद से शोक में डूबी है।

जैसलमेरMay 24, 2025 / 08:36 pm

Deepak Vyas

रेगिस्तान की तपती धरती शुक्रवार रात हादसे के बाद से शोक में डूबी है। पोकरण की रेत आज चुप है, लेकिन उसकी चुप्पी में गूंज रही है उन योद्धाओं की कहानी, जिन्होंने जंगलों की नि:शब्द पुकार को सुना और उसके लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया। क्षेत्र के लाठी गांव के पास शुक्रवार की रात एक सडक़ हादसे में एक वन विभाग कर्मचारी सहित 3 वन्यजीवप्रेमियों की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। हर किसी ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। क्षेत्र के धोलिया निवासी वन्यजीवप्रेमी राधेश्याम पेमाणी (25) पुत्र खींयाराम, श्याम (45) पुत्र बगङुराम विश्नोई, भादरिया निवासी कंवराजसिंह (35) पुत्र भगवानसिंह भाटी व वन विभाग लाठी में कार्यरत वनरक्षक बालोतरा जिले के मड़ली थानाक्षेत्र के कपूरड़ी निवासी सुरेन्द्र चौधरी (26) पुत्र सत्ताराम शुक्रवार की रात करीब 10 बजे लाठी क्षेत्र में हरिण शिकार की सूचना पर बोलेरो कैम्पर से रवाना हुए। वे धोलिया से लाठी की तरफ जा रहे थे। इस दौरान लाठी गांव से आधा किलोमीटर पहले सडक़ पर आई गाय को बचाने के प्रयास में सामने से आ रहे एक ट्रक से उनकी भिड़ंत हो गई। इस खतरनाक भिड़ंत में चारों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।

पोस्टमार्टम के बाद शव किए सुपुर्द

वन्यजीवप्रेमियों व वन विभागकर्मी की मौत के बाद क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। देर रात अस्पताल में लोगों की भीड़ लग गई। शनिवार को सुबह पोस्टमार्टम के बाद चारों शव परिजनों को सुपुर्द किए गए। इस दौरान हर किसी की आंखें नम नजर आ रही थी। इस मौके पर उपखंड अधिकारी लाखाराम, पुलिस वृताधिकारी भवानीसिंह राठौड़, लाठी थानाधिकारी राजेन्द्र खदाव, धोलिया सरपंच शिवरतन विश्नोई सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

नम आंखों से दी अंतिम विदाई

वन विभाग कर्मचारी सुरेन्द्र के शव को पोस्टमार्टम के बाद पैतृक गांव बालोतरा जिले के कपूरड़ी ले जाया गया। जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। कंवराजसिंह का पैतृक गांव भादरिया में अंतिम संस्कार हुआ। इसी प्रकार धोलिया निवासी राधेश्याम पेमाणी व श्याम विश्नोई को श्रद्धांजलि देने लोगों की भीड़ उमड़ी। फलोदी विधायक पब्बाराम विश्नोई, कांग्रेस नेता पीराणेखां, अखिल भारतीय जीव रक्षा विश्नोई सभा के प्रदेश महासचिव शिवराज जाखड़, संत सच्चिदानंद शास्त्री लालासर सारथी, संत शिवज्योतिषानंद अजमेर, वन्यजीवप्रेमी सुमेरसिंह सांवता, पूर्व प्रधान भंवरलाल मदासर आदि ने पुष्प अर्पित किए। गौरव सैनिक श्याम विश्नोई का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इसी प्रकार वन विभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी दीपक दवे सहित अन्य कार्मिकों ने मृतकों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी।

कई वर्षों से वन्यजीवों की रक्षा में लगे थे वन्यजीवप्रेमी

वन्यजीवप्रेमी राधेश्याम पेमाणी गत कई वर्षों से वन्यजीवों की रक्षा के लिए कार्य कर रहे थे। प्रकृति से निष्ठा व सेवा के जज्बे में पेमाणी के साथ गौरव सैनिक श्याम विश्नोई व कंवराजसिंह भी कार्य कर रहे थे। उनकी ओर से बीते कई वर्षों में सैकड़ों वन्यजीवों का रेस्क्यु किया गया। यही नहीं लाठी, धोलिया, भादरिया, खेतोलाई के आसपास वन्यजीवों के लिए पानी व उनकी सुरक्षा के लिए भी कई व्यवस्थाएं की गई। प्रतिवर्ष आने वाली प्रवासी कुरजां के लिए भी पेमाणी की ओर से दाने-पानी के साथ बीमार कुरजांओं के उपचार आदि की व्यवस्था की जाती थी।

पसरा मातम, बंद रहे बाजार

घटना के बाद धोलिया व भादरिया क्षेत्र में मातम पसर गया। सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी। एक साथ चार जनों की मौत हो जाने पर लाठी गांव के बाजार दो घंटे तक बंद रहे। व्यापारियों ने बाजार बंद रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी।

इन्होंने भी जताया दु:ख

हादसे पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया ‘ एक्स ‘ पर पोस्ट कर दु:ख जताया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी। इसी प्रकार केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, विधानसभा नेताप्रतिपक्ष टीकाराम जूली, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा, पूर्व मंत्री शाले मोहम्मद, विधायक महंत प्रतापपुरी पोकरण, छोटूसिंह भाटी जैसलमेर, रविन्द्रसिंह भाटी शिव सहित कई जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित सैकड़ों लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई।

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