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जैसलमेर

‘मानसिक बीमारी को लेकर जागरुकता लाने की दरकार’

पोकरण कस्बे के राजकीय जिला चिकित्सालय में विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जैसलमेरMay 24, 2025 / 08:43 pm

Deepak Vyas

पोकरण कस्बे के राजकीय जिला चिकित्सालय में विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला नॉडल अधिकारी एवं मनोरोग व नशामुक्ति विशेषज्ञ डॉ.जितेन्द्र नरानिया ने सिजोफ्रेनिया के कारण, लक्षण व उपचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 24 मई को विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस मानसिक बीमारी को लेकर लोगों को जागरुक करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार सिजोफ्रेनिया युवाओं को अक्षमता की ओर ले जाने वाली गंभीर मानसिक बीमारियों में से एक है। उन्होंने बताया कि सिजोफ्रेनिया का कोई एक निश्चित कारण नहीं होता। यह अनुवांशिक, मनोवैज्ञानिक एवं पर्यावरणीय कारकों के सम्मिलन से उत्पन्न हो सकता है। यह बीमारी मस्तिष्क के कार्यों को प्रभावित करती है। जिससे व्यक्ति की सोचने, समझने और महसूस करने की क्षमता पर गहरा प्रभाव पड़ता है। रोगी वास्तविकता से संबंध खो बैठता है और सामान्य जीवन की जिम्मेदारियां निभाने में असमर्थ हो जाता है।

सिजोफ्रेनिया के लक्षण

  • व्यक्ति में उदासीनता एवं भावनाओं की कमी
  • सामाजिक संपर्क से बचना
  • असामान्य व्यवहार
  • भूख-प्यास की उपेक्षा
  • कल्पनाओं और वास्तविकता में भेद करने में असमर्थता
    इलाज है संभव
    डॉ.नरानिया ने बताया कि यदि रोग की पहचान प्रारंभिक अवस्था में हो जाए तो इसका इलाज संभव है। इलाज में दवाओं के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक थैरेपी और पारिवारिक काउंसलिंग अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने रोगियों को नियमित दवा लेने, नशे से दूर रहने, संतुलित आहार लेने एवं व्यायाम करने की सलाह दी। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ.अनिलकुमार गुप्ता ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के लिए अस्पताल में मनोरोग विशेषज्ञ से परामर्श लिया जा सकता है। साथ ही भारत सरकार की ओर से जारी राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 14416 पर भी मानसिक स्वास्थ्य व नशामुक्ति संबंधी परामर्श उपलब्ध है। कार्यक्रम में डॉ.बाबूलाल गर्ग, डॉ.प्रकाश चौधरी, डॉ.परमेश्वर चौधरी, डॉ.तुलछाराम, डॉ.कामिनी गुप्ता, डॉ.अखिल सैनी, डॉ.राकेशकुमार, डॉ.सुरेंद्र जाखड़, डॉ.राजकुमार खंडेलवाल सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी व अस्पताल स्टाफ उपस्थित रहे।

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