गुरु का दरबार व्यवस्थाओं से कोसों दूर
रामदेवसर व सालमसागर तालाब के समीप लोकदेवता बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ महाराज का आश्रम स्थित है। यह आश्रम श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, लेकिन यहां व्यवस्थाएं नगण्य है। छाया, पानी आदि की कोई व्यवस्था नहीं होने से लाखों श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। हर साल की यही कहानी
- पोकरण में मेले के दौरान हर साल अव्यवस्था की कहानी दोहराई जाती है, लेकिन व्यवस्थाओं को सुधारने को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है। प्रशासन का ध्यान रामदेवरा पर ही रहता है। यहां आने वाले 15-20 लाख श्रद्धालुओं के लिए केवल 40-50 पुलिसकर्मी व एक आरएसी बटालियन रहती है। सफाई व्यवस्था के नाम पर कोई अतिरिक्त व्यवस्था नहीं होती है।
सुरक्षा व यातायात के नहीं होते इंतजाम
भादवा माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी से जोधपुर से पैदल यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की पोकरण में चार दिन तक आवक होती है और यहां पड़ाव भी डालते हैं। इस दौरान सुरक्षा के कोई विशेष इंतजाम नहीं होते है। विशेष रूप से यातायात व्यवस्था की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने के कारण हालात बिगड़ जाते है और लंबा जाम लग जाता है।
ठोस योजना की जरुरत
प्रतिवर्ष आने वाली इस भीड़ के बावजूद पोकरण में सुदृढ़ व्यवस्थाएं नहीं की जाती है। रामदेवरा जाने वाले एवं वापिस आने वाले 60 से 70 प्रतिशत श्रद्धालु पोकरण होकर गुजरते हैं। लाखों श्रद्धालुओं की आवक को देखते हुए यहां प्रशासन को बेहतर व्यवस्थाएं करने की जरुरत है, ताकि श्रद्धालुओं को सुविधा व राहत मिल सके। फैक्ट फाइल:-
- 10 दिन तक चलता है रामदेवरा मेला
- 20 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं पोकरण
- 4 दिन तक जोधपुर के पदयात्रियों का रहता है पड़ाव