राजस्थान और उत्तर भारत में रेड अलर्ट जैसे हालात
उत्तर पश्चिम भारत में 13-15 जुलाई के दौरान पूर्वी राजस्थान में और 14-15 जुलाई को पश्चिमी राजस्थान में अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी अलग-अलग दिनों में भारी बारिश होगी। 16 जुलाई को पूर्वी उत्तर प्रदेश में और 13-16 जुलाई को राजस्थान में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
दिल्ली-हरियाणा में तेज हवा के सथ बारिश
इस दौरान दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ में 13 और 14 जुलाई को बारिश के साथ तेज हवा और बिजली गिरने की भी संभावना है। इससे यातायात व्यवस्था, जलभराव और बिजली आपूर्ति में भी व्यवधान आ सकता है।
बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश का दौर
मध्य भारत में 13 जुलाई को पश्चिमी मध्य प्रदेश में अत्यधिक भारी बारिश होगी। 13-17 जुलाई के बीच पश्चिम मध्य प्रदेश और 13-19 जुलाई तक पूर्वी मध्य प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में भी बारिश होगी। 14-16 जुलाई तक झारखंड में और 13-14 जुलाई को ओडिशा में बहुत भारी बारिश हो सकती है। पूर्वी भारत के राज्यों में बारिश के साथ बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना भी जताई गई है, जिससे किसानों और यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
गोवा, गुजरात, तेलंगाना और महाराष्ट्र में होगी बहुत भारी बारिश
पश्चिमी भारत के कोंकण, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में 13-16 जुलाई तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। गुजरात में 13-14 जुलाई को बहुत भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण भारत में केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी 13-19 जुलाई तक बारिश की संभावना है। 16-18 जुलाई को केरल और तटीय कर्नाटक में बहुत भारी बारिश हो सकती है।
मछुआरों के लिए भी अलर्ट जारी
इस दौरान दक्षिण भारत में समुद्र के किनारे और तटीय इलाकों में 40-50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे मछुआरों और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है।
असम, मेघालय, मणिपुर में भारी बारिश की संभावना
पूर्वोत्तर भारत में असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी अगले 7 दिनों में बारिश जारी रहेगी। 15 जुलाई को मेघालय में बहुत भारी बारिश हो सकती है। बारिश के कारण भूस्खलन और नदियों का जलस्तर बढ़ने की भी संभावना है।
क्यों हो रही है इतनी भारी बारिश?
IMD के अनुसार, उत्तर और मध्य भारत में बने कम दबाव के क्षेत्र और बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम की वजह से मानसूनी ट्रफ राजस्थान, मध्य प्रदेश और ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। इसके कारण लगातार नमी आ रही है और बारिश तेज हो रही है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के कारण भी पहाड़ी राज्यों में बारिश तेज बनी हुई है। IMD ने कहा है कि लोग अनावश्यक यात्रा से बचें, बिजली गिरने के दौरान पेड़ों के नीचे न खड़े रहें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।