अब मासूम के परिजनों ने मामले की शिकायत सक्ती कलेक्टर से की है। सक्ती कलेक्टर ने मामले में जांच टीम गठिक की है। गौरतलब है कि सक्ती जिले के बांधापाली गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में 15 अप्रैल 2025 को टीकाकरण के लिए कैंप लगा था। कैंप में मासूम बच्चों को टीका लगाया जा रहा था।
इस अभियान में पांच साल की मासूम मानसी बघेल पिता पुन्ना लाल बघेल को भी टीका लगाया गया। इसके बाद मासूम की तबीयत बिगड़ने लगी। बताया जा रहा है कि जो टीका लगाया गया था वह मासूम के शरीर में रिएक्शन कर गया। इससे उसके शरीर में फफोले निकलने लगे। उसकी स्थिति दिन ब दिन भयावह होने लगी। बच्ची की आंख में भी इंफेक्टशन हो गया है।
मासूम की स्थिति देख हर किसी की आंखें नम हो जा रही है। उसकी स्थिति इतनी गंभीर बनी हुई है कि उसे मेकाहारा के बजाए बड़े शहर के किसी बड़े अस्पतालों में इलाज की जरूरत है। ताकि उसका मर्ज ठीक हो सके। आखिरकार पीड़ित के दादा ने ऐसे हालात को देखते हुए मामले की शिकायत सक्ती कलेक्टर से की है। कलेक्टर ने इस मामले में तत्काल जांच टीम गठित कर दोषियों के ऊपर कार्रवाई की बात कही है।
तीन अफसर कर रहे मामले की जांच
सक्ती कलेक्टर ने तीन अफसरों से जांच कराने की बात कही है। टीम में डभरा एसडीएम, सीएमएचओ सक्ती, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को शामिल किया गया है। जांच में अभी तक इस बात की पुष्टि हुई है कि मासूम को टीका से इंफेक्शन नहीं बल्कि बाहरी दवा खाने के बाद हुई है।
इन्होंने लगाया टीका
आंगनबाड़ी पहुंचकर क्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग की टीम में एएनएम बेदमति चौहान, आरएचओ संजय सोनवानी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राधाबाई बघेल, मितानिन गीता बाई महेश्वरी, हेमबाई सहित बड़ी संया में लोग शिविर में शामिल रहे।
बाहर से जो दवा लाए वह संदिग्ध
बताया जा रहा है कि मासूम को टीका लगने के बाद मासूम को कुछ और दिक्कत हुई। इसके चलते उसके परिजनों ने मार्केट से सिरप लाकर पिलाई है। सिरप संदिग्ध लग रहा है। इस बात की पुष्टि के लिए जांच टीम ने संबंधित मेडिकल स्टोर संचालक को तलब किया गया है। दवा को जांच के लिए लैब भेजा गया है। शनिवार को मामले की दिनभर जांच चली। मामले की शिकायत के बाद जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि मेडिकल स्टोर से बाहरी दवा लाकर पीए हैं। इसके बाद उन्हें रिएक्शन हुआ है। संबंधित दवा को सेंपल के लिए
रायपुर स्थित लैब भेजा गया है।
– बालेश्वर राम, एसडीएम, डभरा