माघी मेला ड्यूटी के लिए 100 से अधिक पुलिस बल की व्यवस्था की गई थी। इसके बाद भी मेले में चाकूबाजी हो गई और एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके विरद्ध धारा 191-2, 191-3, 109-1, 103-1 बीएनएस के तहत कार्रवाई कर न्यायिक रिमांण्ड पर भेज दिया है। प्रकरण में शामिल 9 नाबालिगों को किशोर न्यायालय पेश उपरांत बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है।
जानें पूरा मामला
पुलिस के अनुसार 12 फरवरी की शाम युवक दीपेश बर्मन निवासी मोहतरा द्वारा अपने साथियों के साथ
शिवरीनारायण मेला देखने आया था। करीबन रात्रि 8.30 बजे चौपाटी महिला गार्डन मेला परिसर शिवरीनारायण के पास अपने दोस्त के पास आपस में बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान आरोपी अनुराग पटेल, धनराज उर्फ कुन्नू वैष्णव, पीयूष यादव एवं उसके अन्य साथियों के साथ मामूली बात को लेकर विवाद हो गया। जिसे आरोपियों एवं उनके साथियों द्वारा मृतक एवं उनके साथियों को गाली-गलौच करने लगे। जिसे दीपेश एवं उनके साथियों के द्वारा गाली गलौच करने से मना किए तो आरोपियों द्वारा तुम लोग हम लोगों को मना करने वाले कौन होते हो कहकर गाली-गलौच करते हुए बेल्ट हाथ मुक्का से ताबड़तोड़ मारपीट करने लगे।
इसी बीच आरोपियों द्वारा अपने अन्य नाबालिग साथियों को बुला लिया और दीपेश को चाकू से जान से मारने की नियत से प्राणघातक हमला किए। जिससे मृतक को गंभीर चोट आई। मृतक के भाई को घटना के संबंध में सूचना मिला तो तत्काल घटना स्थल पहुंचा और बीच बचाव करने लगे तो उसे भी सभी आरोपियों द्वारा गाली-गलौच करते हुए मारपीट किया कुछ देर बाद आरोपियों द्वारा वहां से भाग निकले। दीपेश के भाई व उसके साथियों द्वारा उसे ईलाज के लिए शासकीय अस्पताल खरौद ले गए। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना शिवरीनारायण पुलिस को मिली। थाना प्रभारी सागर पाठक दल बल के साथ अस्पताल पहुंचे और मर्ग पंचनामा कार्रवाई कर जांच पंचनामा कार्रवाई में लिया।
आरोपियों को उनके घर से पकड़ा
हत्या जैसे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। वहीं आरोपी अनुराग पटेल, धनराज उर्फ कुन्नू वैष्णव, पीयूष यादव को उनके घर से पकड़ा। उनसे घटना के संबंध में पूछताछ करने पर अपने अन्य साथियों के साथ एक राय होकर चाकू से
मारपीट कर गंभीर चोट पहुंचाना बताया। इसके बाद आरोपी अनुराग पटेल, धनराज उर्फ कुन्नू वैष्णव एवं पीयूष यादव के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। प्रकरण में शामिल 9 विधि से संघर्षरत बाल अपचारियों को किशोर न्यायालय पेश उपरांत बाल संप्रेक्षण कोरबा भेजा गया।
पुलिस ने थपथपाई अपनी पीठ
हत्या की गुत्थी सुलझाने के बाद पुलिस ने अपनी पीठ थपथपाने में तनिक भी देर नहीं की। इतना ही नहीं जब पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाने के बाद प्रेस विज्ञप्ति जारी की तो चार दो डीएसपी, 6 टीआई सहित 45 पुलिसकर्मियों का नाम ज्ञापन में लिखा और अपनी पीठ थपथपाई। जबकि नगर के लोगों का कहना था कि यदि यही पुलिस पहले से मुस्तैद रहती तो हत्या की इतनी बड़ी घटना मेले में नहीं होती। कई लोगों ने तो यह भी कहा कि पुलिसकर्मी अपने रिश्तेदारों को मेले में झूला झुलाने एवं मुफ्त में खातिरदारी करने में लगे हुए थे। इधर मेले में चाकूबाजी की घटना होती रही।
दीपेश का चार माह का मासूम बच्चा है
घटना में मार्मिक बातें यह है कि दीपेश की डेढ़ साल पहले ही शादी हुई है और उसका हाल ही में बेटा हुआ है। अब इस बच्चे को अपने पिता का साया नहीं मिलेगा। दीपके की पत्नी व माता पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। दीपेश ने बड़ी गल्ती की होती तो कुछ और बात थी। उसका सिर्फ यह कुसूर था कि किसी को गाली गलौच करने से मना किया। इतने में क्रूर युवकों व नाबालिगों ने उसकी हत्या कर दी।