42 डिग्री सेल्सियस के इस तापमान ने लोगों को घर से बाहर निकलना ही मुश्किल कर दिया है। यूं तो गर्मी छुट्टी हो जाने से स्कूली बच्चों को राहत मिली है, लेकिन दैनिक जीवन में रोजमर्रा की जिंदगी गुजारने वाले लोगों को इसमें सर्वाधिक नुकसान हो रहा है।
CG Weather News: दोपहर में सड़कों पर पसरा सन्नाटा
दिनभर किसी तरह मेहनत मजदूरी कर रोटी का जुगाड़ करने वाले लोगों के लिए यह गर्मी भीषण संकट लेकर गया है। ग्रामीण क्षेत्र सहित पूरे जिले की स्थिति एक जैसी है। गर्म हवा और आग उगल रहे सूरज ने लोगों को बेचैन कर दिया है। रात का भी तापमान इधर 27 डिग्री पर पहुंच गया है। बाहर में गर्म हवा के चैन नहीं मिलने से कूलर व एसी के सामने घर में दुबके रहते है। लेकिन वह भी
बिजली विभाग को रास नहीं रहा है।
बुधवार की रात 12 बजे पहली बार 15 के बिजली गुल हुई है। जिससे जो दिनभर करते है वह सो गए थे, जैसे ही बिजली गुल हुई, वे नींद से जाग उठे। 15 मिनट बाद बिजली आई उसके बाद फिर से 1 बजे 20 मिनट के लिए बिजली गुल हो गई। फिर उमस भरी गर्मी के कारण लोग नींद से जाग गए। ऐसा ही पूरे रात में पांच बार
बिजली गुल हुई है। इसी गुरुवार की दोपहर 12 बजे 20 के लिए बिजली गुल हुई। फिर २ बजे गुल रही। इसके बाद चार दफा ऐसा ही बिजली की आंखमिचौली जारी रही।
मेंटनेंस के नाम पर आधे शहर में 4 घंटे गुल रही बिजली
गुरुवार को मेंटनेंस के नाम पर लिंक रोड न्यू चंदनिया पारा, पुराना चंदनिया पारा सहित अन्य आधे शहर में 9.30 बजे बिजली गुल कर दी है। पहले 1.33 बजे तक मेंटनेंस की सूचना दी गई थी। लोग सोच रहे थे 11.30 बजे बिजली आ जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ दोपहर 1 बजे बिजली आई। भीषण गर्मी में लोग व्याकुल रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में तो घंटों बंद रहती हैं बिजली
बिजली की समस्या से निजात दिलाने के लिए पांच से छग गांव के बीच एक सब स्टेशन स्थापित किया गया है। इसका लाभा ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के गांव कोटमीसोनार, पौना, तागा, मुनुंद, भड़ेसर, सेमरा, मिसदा, तुलसी के लोगों के मुताबिक हल्की बारिश होने और हवा चलने पर
बिजली बंद कर दी जाती है। लेकिन अभी तो बिना पानी व हवा के घंटो बिजली गुल की जा रही है। यह आए दिन की समस्या है। बिजली बंद होने के बाद कब बहाल होगी इसका तय नहीं रहता।
सीएसईबी एई सौरभ कश्यप, ने कहा की पहले से गर्मी में लोड तो बढ़ा है। इसके कारण कई जगह फाल्ट की शिकायतें आ रही है। वहां तत्काल जाकर मेंटनेंस किया जाता है। रात में भी कई जगह फाल्ट आ गया था, जिसकी मेंटनेंस कर व्यवस्था दुरूस्त किया गया।