पटवारियों की ये है प्रमुख मांगे-
– गिरदावरी एव में अपेक्षित आवश्यक संशोधन करवया जाना चाहिए, ताकि गिरदावरी कार्य पटवारी ही कर सके। पटवारसंघ सर्वेयर नियुक्ति का विरोध। – प्रदेशभर में पटवार मंडल एवं भानोत कमेटी में वित्तीय स्वीकृति से शेष पटवार मंडल व भू- अभिलेख निरीक्षक वृत्त की वित्तीय स्वीकृति। – पटवारी से भू-अभिलेख निरीक्षक व भू- अभिलेख निरीक्षक से नायब तहसीलदार पद की डीपीसी – 752 नए सृजित भू अभिलेख निरीक्षक पदों के निर्धारण संबंधी पत्रावली का निस्तारण। – संसाधन एवं कार्यालय फर्नीचर। – भू- अभिलेख निरीक्षक से नायब तहसीलदार में पदोन्नत कोटा बढ़ाने की मांग – तहसीलदार पद पर मंत्रालयिक संवर्ग के कोटे का पनुर्निर्धारण विगत2 वर्षो से लंबित
– भू-प्रबंधन आयुक्त 1 अप्रेल 2023 की स्थिति में नियम विरूद्ध जारी वरिष्ठता सूची को निरस्त कर संयुक्त केडर की वरिष्ठता सूची – हार्ड ड्यूटी एवं स्टेशनरी भत्तों में बढ़ोतरी।
कल सामूहिक रैली
– जब तक हमारी 9 सूत्री मांगों पर सरकार कोई सकारात्मक जवाब नहीं देती है। तब कार्यबहिष्कार जारी रहेगा। अभी हड़ताल जारी है, आगे जो भी प्रदेश नेतृत्व का निर्णय होगा उसी के अनुसार जिले में काम होगा। सोमवार को जिला मुख्यालय पर सामूहिक रैली निकालकर सरकार का ध्यान हमारी मांगाी की तरफ आकर्षित किया जाएगा। बालमुुकुन्द मालव, जिलाध्यक्ष पटवार, संघ, झालावाड़।
कई काम हो रहे प्रभावित-
जिलेभर में पटवारियों की हड़ताल होने से किसानों के राजस्व संबंधी कई काम नहीं हो रहे हैं। अभीरबी की गिरदावरी नहीं हो पा रही है। कई किसानों के पीएम आवास आए है, उसके भी दस्तावेज सत्यापन सहित कई काम हड़ताल की वजह से प्रभावित हो रहे हैं। सरकार को पटवारियों की हड़ताल तुडवाकर किसानों को राहत देना चाहिए।
राधेश्याम गुर्जर, जिलाध्यक्ष भारतीय किसान संघ, झालावाड़।