उच्च तकनीक के कारण देरी –
रावत ने बांध के निर्माण की धीमी गति पर कहा कि यह बहुत बड़ी परियोजना है, जिसमें उच्च तकनीकी और इंजीनियरिंग की आवश्यकता होने से समय लग रहा है। रावत ने बताया कि टनल, इंटेकवेल और अन्य संबंधित निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। प्रत्येक 15 दिन में इनकी प्रगति रिपोर्ट मंगवाई जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। वहीं रावत ने कहा कि जहां- जहां भी पाइप खराब हो रहे हैं, उन्हे रिप्लेस करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जिनको भी मुआवजा मिलना है उन्हे वित्त विभाग से जल्द मुआवजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।
बूंद-बूंद बचाकर खेती में काम में लें-
रावत ने कहा कि किसान बूंद-बूंद बचाकर खेती में सिंचाई में काम में लें। इससे अधिक जमीन सिंचित हो पाएगी।किसानों की विस्थापन की समस्या भी दूर करने की बात कही।
स्थानीय किसानों को पूरा लाभ मिले
निरीक्षण के दौरान सांसद दुष्यंत सिंह ने कहा कि इस परियोजना से झालावाड़ और बारां जिले के अटरू, छबड़ा और खानपुर क्षेत्रों के किसानों को पूरा लाभ दिया जाएं। उनके लिए अधिक से अधिक मात्रा में पानी उपलब्ध कराया जाएं। इस परियोजना से खानपुर क्षेत्र के वंचित गांवों को भी जोड़ा जाएं। यह परियोजना इन क्षेत्रों के लिए कृषि समृद्धि का माध्यम बनेगी।