जयपुर को प्राथमिकता
एनएफएसयू कैंपस के लिए जोधपुर की दावेदारी मजबूत थी और केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसके लिए सिफारिश भी की थी। लेकिन, जयपुर में अधिक अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण इसे प्राथमिकता दी गई। हालांकि, एनएफएसयू, गांधीनगर का सब-कैंपस जोधपुर में खोलने की संभावनाएं अभी भी बनी हुई हैं।जोधपुर को क्यों नहीं मिला कैंपस
वर्ष 2021 में गृह मंत्री अमित शाह ने राजस्थान में एनएफएसयू कैंपस खोलने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा था। जोधपुर में पुलिस विश्वविद्यालय का दौरा भी किया गया था और 15 एकड़ जमीन मांगी गई थी, लेकिन राज्य सरकार ने नि:शुल्क जमीन देने से इनकार कर दिया। इसके बाद एनएफएसयू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।10 फरवरी मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना की अंतिम डेट, सरकारी नौकरी के लिए मिलेगी फ्री कोचिंग
कैंपस के ये फायदे
1- एम्स के साथ फोरेंसिक मेडिसिन और अन्य शोध।2- आइआइटी व फिनटेक के साथ साइबर फोरेंसिक और साइबर सिक्योरिटी में काम।
3- एलएलयू और ज्यूडिशियल एकेडमी के साथ फोरेंसिक लॉ में शोध।
4- बीएसएफ, सीआरपीएफ, आइटीबीपी और आरपीटीसी के साथ उच्च स्तरीय पुलिस और सुरक्षा प्रशिक्षण।
5- डीआरडीओ के साथ रक्षा अनुसंधान के अवसर।
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अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं अधिक होने के कारण इसे चुना गया
जयपुर में अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं अधिक होने के कारण इसे चुना गया है। अगर राज्य सरकार चाहे, तो जोधपुर में सब-कैंपस खोला जा सकता है। हमने रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार को दे दी है।प्रो. एस.ओ. जुनारे, कैंपस डायरेक्टर, एनएफएसयू गांधीनगर
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प्रयास अब भी जारी
जोधपुर में कैम्पस को लेकर मेरा प्रयास अब भी जारी है।गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री