Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा की विवादित टिप्पणी को लेकर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने शनिवार को जोधपुर में प्रेसवार्ता संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक का बयान गलत है, सदन में कोई भी अमर्यादित और असंसदीय शब्दों का उपयोग नहीं करें।
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने शुक्रवार को विधानसभा में जनजाति और सामाजिक न्याय की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान भाजपा विधायक को लेकर कहा कि ‘ओए बात मत कर, नहीं तो मेरा जूता बात करेगा। बैठ जा, बीच में डिस्टर्ब मत कर।’
गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा को नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक घोघरा का बयान गलत है, हमने उसी समय कह दिया कि यह बात गलत है। चाहे वह सत्तापक्ष हो या विपक्ष, सदन में कोई भी अमर्यादित और असंसदीय शब्दों का उपयोग नहीं करें। साथ ही उन्होंने अपनी ओर से दिए गए बयान पर मचे बवाल पर कहा कि मैं मर्यादित था, हूं और रहूंगा।
‘6 दिन तक मुख्यमंत्री रहे गायब’
डोटासरा ने इस दौरान भजनलाल सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, ब्यूरोक्रेट्स सरकार चला रहे हैं। राज्य सरकार ने कांग्रेस की योजनाओं को कमजोर करने का काम किया है। अवैध बजरी का काम सरकार की नाक के नीचे चल रहा है। 6 दिन तक मुख्यमंत्री विधानसभा में दिखाई नहीं दिए और सरकार पूरी तरह से गतिरोध तोड़ने में असफल रही।
डोटासरा के लिए जूली ने मांगी थी माफी
बता दें कि पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी स्पीकर वासुदेव देवनानी को लेकर टिप्पणी की थी। जिसे लेकर स्पीकर देवानानी सदन में भावुक हो गए थे। हालांकि डोटासरा ने टिप्पणी करने से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि अगर मैंने अमर्यादित बोला है तो सत्ता पक्ष वीडियो पेश करे। सदन में गतिरोध तोड़ने के लिए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने डोटासरा के अपशब्दों के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा था कि गोविंद सिंह डोटासरा की टिप्पणी आसन की गरिमा के अनुकूल नहीं थी। उसके लिए मैं माफी चाहता हूं, उसमें मुझे कोई संकोच नहीं है।