जेल प्रहरी के 803 पदों के लिए सुबह 10 से दोपहर 12 बजे व अपराह्न 3 से शाम 5 बजे तक दो पारियों में परीक्षा ली गई। जोधपुर में 114 परीक्षा केन्द्र बनाए गए। प्रत्येक पारी में 36,528 यानि कुल 73,156 अभ्यर्थी शामिल होने थे। पहली पारी में 73.33 प्रतिशत के साथ 26,786 अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे। 9742 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जबकि दूसरी पारी में 74.63 प्रतिशत के साथ 27,260 अभ्यथियों ने परीक्षा दी। 9268 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
भागते दौड़ते पहुंचे अभ्यर्थी, कई वंचित रहे
बोर्ड के नियमों के तहत परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले परीक्षार्थियों को सेंटर में पहुंचना था। परीक्षा शुरू होने से काफी देर पहले ही सेंटर के बाहर प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों की कतारें लग गईं। कई अभ्यर्थी दौड़ते-भागते पहुंचते नजर आए। देरी से पहुंचने पर महिला अभ्यर्थियों के आंसू निकल आए। पुलिस व निजी कम्पनी के कार्मिकों ने जांच के बाद सभी को प्रवेश दिया। इस दौरान अभ्यर्थियों के गले से मालाएं आदि उतरवा ली गईं।
सड़कों पर अभ्यर्थी ही अभ्यर्थी, बसों में जगह नहीं
परीक्षा देने के लिए जोधपुर शहर, ग्रामीण, फलोदी, बालोतरा, सांचौर, जालोर, बाड़मेर व नागौर से 54 हजार से अधिक अभ्यर्थी जोधपुर पहुंचे। इससे सुबह से ही सड़कों पर अभ्यर्थी ही अभ्यर्थी नजर आए। यातायात दबाव बढ़ गया। जालोरी गेट से पावटा सर्कल तक भीड़-भाड़ रही। रोडवेज व निजी बस स्टैण्डों पर भीड़ उमड़ गई। बसों में सीट के लिए मशक्कत करनी पड़ी। इनमें पांव रखने की जगह नहीं मिली।