कन्ट्रोल सेंटर : ड्राफ्ट में मैसेज छोड़ता
भजनलाल ने चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर गांव की ऊंची पहाड़ी पर नियंत्रण कक्ष बना रखा था। मंदिर की पिछली दीवार के पास झरोखे में एक मोबाइल स्थाई तौर पर रखा रहता था। उसकी गैंग का कोई भी आदमी पहाड़ पर पहुंचता तो मोबाइल में मैसेज टाइप करके ड्राफ्ट में ही छोड़ देता था। जब भजनलाल आता तो मैसेज देखकर तस्करी की योजना बनाता था। मंदिर से जुड़ा एक व्यक्ति मोबाइल चार्ज करता था। गैंग के किसी व्यक्ति को भजनलाल से सम्पर्क करना होता तो वे उस मोबाइल से पत्नी को मैसेज करते थे।
जिसने मदद की उससे ही विश्वासघात कर आगे बढ़ा
साथ पढ़ने के बाद भजनलाल ने विरधाराम के साथ रहना शुरू किया। उसी से आगे बढ़ा। फिर उसी को धोखा देकर अलग गैंग बना ली थी। विरधाराम के चार प्रमुख साथियों ने अलग होकर खुद की गैंग बनाई थी। इनमें से सांवरिया, जसिया व भजनलाल को साइक्लोनर टीम पकड़ चुकी है। चौथा भी रडार पर है।