जोधपुर। होली में अब एक सप्ताह से भी कम का समय बचा है। होली के रंगों, मस्ती और खुशी के माहौल के बीच डिजिटल दुनिया में साइबर अपराधी भी सक्रिय हो गए हैं। वे इस त्योहारी सीजन का फायदा उठाकर लोगों को झांसे में लाने के लिए नए-नए तरीके आजमा रहे हैं। ऐसे में रंग में साइबर का भंग नहीं पड़े, इसको लेकर सावधानी बरतनी जरूरी है।
साइबर विशेषज्ञों के अनुसार बड़े त्योहारों के समय साइबर ठग नई-नई स्कीम के जरिए लोगों की जेब और बैंक खातों पर वार करते हैं। होली का त्योहार जहां खुशियों और रंगों का है, वहीं साइबर अपराधी इसे अपनी साजिश को अंजाम देने का मौका मानते हैं। ऑनलाइन खरीदारी, इवेंट बुकिंग और डिजिटल लेन-देन बढ़ने के कारण वे इस अवसर का इस्तेमाल आपकी निजी जानकारी चुराने के लिए करते हैं।
होली के दौरान इस तरह के हो सकते हैं साइबर स्कैम,
1. फर्जी होली ऑफर्स
साइबर अपराधी सोशल मीडिया ग्रुप, एसएमएस या ईमेल के माध्यम से नकली होली ऑफर्स भेजते हैं। उदाहरण के तौर पर होली के रंग पैक पर 70 प्रतिशत तक छूट! लिमिटेड समय के लिए! इस लिंक पर क्लिक करते ही आप एक धोखाधड़ी की वेबसाइट पर पहुंच सकते हैं, जहां आपकी बैंक और कार्ड की जानकारी चुराई जा सकती है।
2. फर्जी कैशबैक ऑफर्स
आपको एसएमएस मिल सकता है, जिसमें लिखा हो ’’बधाई हो! आपने होली खरीदारी पर 500 रुपए कैशबैक जीता है। हाथों हाथ दावा करें! ऐसे मैसेज पर क्लिक करने पर आपको एक फर्जी पेज पर भेज दिया जाएगा, जहां आपसे आपकी बैंक जानकारी या यूपीआइ पिन मांगी जाएगी।
3. फर्जी क्विज और गिवअवे
कभी-कभी स्कैमर्स होली से जुड़े क्विज़ या सर्वे लिंक भेजते हैं जिसमें ‘ब्रांडेड गिफ्ट’ जीतने का लालच दिया जाता है। ऐसे लिंक में अपने व्यक्तिगत विवरण डालने से आपकी पहचान चुराई जा सकती है या फिर आप आगे की ठगी का शिकार हो सकते हैं।
4. सोशल मीडिया पर नकली गिवअवे
साइबर अपराधी इंस्टाग्राम और फेसबुक पर नकली पेज बनाकर होली गिवअवे का आयोजन करते हैं। उदाहरण के तौर पर, ‘होली गिवअवे! स्मार्टफोन जीतने का मौका!’ पर क्लिक करने के बाद आपसे छोटी सी रजिस्ट्रेशन फीस ली जाती है और फिर पेज गायब हो जाता है।
साइबर फ्रॉड से ऐसे बचें
● ऑफर्स की हकीकत जांचें। किसी भी ऑफर पर क्लिक करने से पहले संबंधित वेबसाइट पर जाकर उसकी पुष्टि करें। ● निजी जानकारी शेयर करने से बचें। अनजान लिंक पर क्लिक करके अपनी बैंकिंग जानकारी न दें।
● https सुनिश्चित करें। ऑनलाइन भुगतान करते समय वेबसाइट के यूआरएल में https होना जरूरी है। ● संदिग्ध संदेशों से बचें। यदि आपको कोई ऐसा संदेश मिले जो आपको चौंका दे या ज्यादा आकर्षक लगे, तो उसे न खोलें।
● किसी भी ऑफर को सत्यापित करने के लिए उसकी समीक्षा जरूर करें।