रेलवे मंडोर सुपरफास्ट सहित तीन जोड़ी प्रमुख ट्रेनों का डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन प्रारंभ कर रहा है, जिसमें मालाणी एक्सप्रेस भी शामिल है। ट्रेन संख्या 22996/22995 जोधपुर-दिल्ली-जोधपुर मंडोर सुपरफास्ट जोधपुर से 27 जून और दिल्ली से 28 जून से एंड टू एंड इलेक्ट्रिक इंजन से चलेगी।
ट्रेन 20488/20487, दिल्ली-बाड़मेर-दिल्ली मालाणी एक्सप्रेस दिल्ली से एक जुलाई और बाड़मेर से 30 जून से डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से चलेगी। इसी क्रम में ट्रेन 20490/20489 बाड़मेर-मथुरा-बाड़मेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (द्विसाप्ताहिक) बाड़मेर से 27 जून से और मथुरा से 28 जून से प्रारंभ से अंतिम स्टेशन तक डीजल की जगह इलेक्ट्रिक इंजन से चलने लगेगी।
इलेक्ट्रिक इंजन से चलने के यह हैं फायदे
पर्यावरण अनुकूल होना, लागत में बचत, बेहतर प्रदर्शन और बेहतर परिचालन शामिल है। वहीं डीजल की खपत कम होती है, जिससे ईंधन पर होने वाले खर्च में बचत होती है। इलेक्ट्रिक इंजनों की रखरखाव लागत डीजल इंजनों की रखरखाव लागत की तुलना में कम होती है। इलेक्ट्रिक इंजन तुरंत गति पकड़ते हैं। शांत चलते हैं और ऊर्जा दक्षता में वृद्धि और कार्बन उत्सर्जन में कमी में कमी आती है।
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अगस्त में बदले मार्ग से चलेगी रूणिचा एक्सप्रेस
जैसलमेर से आकर दिल्ली जाने वाली रूणिचा एक्सप्रेस अगस्त में 27 ट्रिप आवागमन में जयपुर के परिवर्तित मार्ग से चलाई जाएगी। जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि ट्रेन 14088 जैसलमेर-दिल्ली रूणिचा एक्सप्रेस 1 से 27 अगस्त तक (27 ट्रिप) अपने निर्धारित मार्ग फुलेरा-रींगस-रेवाड़ी की जगह परिवर्तित मार्ग फुलेरा-जयपुर-अलवर-रेवाड़ी होकर संचालित होगी। वापसी में ट्रेन 14087 दिल्ली-जैसलमेर रूणिचा एक्सप्रेस 1 से 27 अगस्त तक (27 ट्रिप) अपने निर्धारित मार्ग रेवाड़ी-रींगस-फुलेरा की जगह परिवर्तित मार्ग रेवाड़ी-अलवर-जयपुर-फुलेरा होकर संचालित होगी।