उत्तर प्रदेश के कन्नौज में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कूड़ा गाड़ी में बैठकर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मास्क पहन रखा था। जिससे कि रास्ते में उन्हें कोई पहचान ना पाया। कूड़ा गाड़ी में बैठे-बैठे उन्होंने कई मोहल्लों का निरीक्षण किया। जिसमें गढ़ैया, मंडई, शेखपुरा शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने गाजीपुर स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट का भी निरीक्षण किया। नगर भ्रमण के दौरान असीम अरुण ने चालक विकास से बातचीत की और उनकी समस्याओं के विषय में जानकारी प्राप्त की।
साप्ताहिक छुट्टी अनिवार्य
समाज कल्याण मंत्री ने निरीक्षण के बाद पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रम कानून का पालन अनिवार्य रूप से कराया जाए। न्यूनतम मजदूरी, साप्ताहिक अवकाश, सामाजिक सुरक्षा, ईपीएफ और ईएसआई में अनिवार्य रूप से नामांकन, कूड़ा गाड़ी के लाउडस्पीकर की गुणवत्ता आदि के संबंध में सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक वाहन में कम से कम चालक के अतिरिक्त दो सफाई कर्मचारी होने चाहिए।
कूड़ा गाड़ी में जीपीएस ट्रैकिंग अनिवार्य
समाज कल्याण मंत्री ने कूड़ेदानों की चोरी रोकने के संबंध में भी उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश किया कि सभी गाड़ियों में जीपीएस ट्रैकिंग अनिवार्य रूप से लगाया जाए। इलेक्ट्रिक कूड़ा गाड़ी को उन्होंने बेहतर बताया। गीले कूड़े वाले बॉक्स को बड़ा करने को कहा। क्योंकि गीला कूड़ा अधिक आता है। इन योजनाओं को प्रदेश स्तर पर लागू करने की जानकारी दी।
कूड़ा गाड़ी चालक विकास ने बताया…
कूड़ा गाड़ी के चालक विकास निवासी बेवर मैनपुरी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं के विषय में जानकारी प्राप्त की। उसने कभी सोचा नहीं था कि इतना बड़ा अवसर उन्हें मिलेगा। उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। समाज कल्याण मंत्री के निरीक्षण के बाद सफाई कर्मचारियों में भी खुशी की लहर है। उन्हें उम्मीद है कि अब उनकी समस्याओं का समाधान होगा।