उत्तर प्रदेश के कानपुर में डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है। निहारिका अपार्टमेंट सर्वोदय नगर काकादेव निवासी निशि सचदेवा स्कूल में टीचर है जिनके पास बीते 10 फरवरी को फोन आता है सामने वाले ने बताया कि वह ट्राई से बोल रहा है। आपके नाम पर सिम खरीदा गया है। जिससे गलत मैसेज किया जा रहे हैं। निशी सचदेवा ने बताया कि वह स्कूल में है। इस पर सामने वाले ने कहा कि वह सीबीआई से बोल रहा है। आपकी आईडी से निकल गए सिम के माध्यम से मनी लांड्रिंग किया गया है। आपके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है।
बीच का रास्ता निकाला गया
सीबीआई अधिकारी ने बताया कि मामला खत्म किया जा सकता है। इसके लिए आपको डिजिटल अरेस्ट किया जाएगा। मुकदमा खत्म होने पर आपकी जमानत हो जाएगी। 11 फरवरी को एक लाख रुपए ट्रांसफर किए। इस दौरान व्हाट्सएप मैसेज पर बातचीत होती रही। 17 फरवरी को एक बार फिर 7 लाख रुपए का आरटीजीएस किया गया। निशी सचदेवा को 8 लाख रुपए देने के बाद ठगे जाने का एहसास हुआ। उन्होंने साइबर सेल थाना में तहरीर देकर अपनी आप बीती सुनाई। साइबर सेल के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जिन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए। उनकी जांच कर रही है।