इकोनॉमी को करीब 3.5 लाख करोड़ का फायदा
आंकड़ों के मुताबिक, महाकुंभ से इकोनॉमी को करीब 3.5 लाख करोड़ का फायदा हुआ है। खास बात है कि 45 दिन तक चले महाकुंभ से होटल, रेस्टोरेंट इंडस्ट्री, टूर एंड ट्रैवेल तथा खुदरा व्यापारियों को बड़ा फायदा हुआ। इसका असर महाकुंभ के बाद भी दिखाई देगा। शहरवासियों की बढ़ी आय रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स व लग्जरी आइटम्स की खरीद को बढ़ावा देगी। महाकुंभ का असर प्रयागराज के अलावा आसपास के शहरों पर दिखाई दिया। महाकुंभ में स्नान के बाद लोग बनारस, अयोध्या, चित्रकूट, नैमिषारण्य भी पहुंचे। इससे छोटे व्यापारियों को बड़ा लाभ हुआ। गौरतलब है कि देशभर में बड़े आयोजनों से इकोनॉमी को बड़ा लाभ होता है। पिछले दिनों गुजरात में आयोजित कोल्डप्ले कॉन्सर्ट से इकोनॉमी को काफी लाभ मिला था।
बैंक में लोन तक के लिए नहीं बची रकम
महाकुंभ के दौरान लोगों ने बैंकों से खूब पैसा निकाला, ऐसे में बैंकों के पास लोन बांटने तक के लिए पैसे नहीं बचे। एसबीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक यह महाकुंभ के दौरान बैंकों से पैसा निकालने के कारण नकदी की कमी आ गई। बैंकों में लोन देने के लिए पैसे नहीं बचे थे। आरबीआइ ने बैंकों में नकदी बनाए रखने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। इससे बैंकों के पास करीब 1.9 लाख करोड़ रुपए की नकदी आएगी। नाविक परिवार ने कमाए 30 करोड़
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के एक नाविक परिवार ने करीब 30 करोड़ रुपए की बचत की। इस परिवार की कहानी सीएम योगी आदित्यनाथ से विधानसभा में सुनाई। उन्होंने कहा कि नाविक परिवार के पास 130 नावें हैं। 45 दिन के दौरान एक नाव ने करीब 23 लाख रुपए की कमाई की है। प्रति दिन की बचत देखेंगे तो एक नाव ने 50 से 52 हजार रुपया कमाया है। इस तरह पूरे परिवार की कमाई 45 दिन में ही 30 करोड़ रुपए की हुई है। इस परिवार में 100 से अधिक सदस्य है।