यह है मामला
जानकारी के अनुसार मुरैना निवासी राय राय सिंह राठौर पिता जगजीत सिंह निवासी महाकुंभ में कारोबार करने गए थे। यहां उनका परिचय पारधियों से हुआ था। पारधियों ने उन्हें सोने की मोहर होने का लालच दिया। पिछले माह राय सिंह कटनी आए और दो मोहर ले गए। ये मोहर असली थी। फिर 25 मार्च को अधिक संख्या में मोहर लेने के लिए कटनी पहुंचे। पुलिस को दी शिकायत में रायसिंह ने बताया नंदकुवर पारधी से वे बस स्टैंड में मिले। इसके बाद वह उन्हें लेकर ट्रांसपोर्ट नगर बाइपास के पास जंगल में लेकर गया। यहां कहां कि रुपए दे दो मैं मोहर लेकर आता हूं। मैने 1.55 लाख रुपए दिए और नंदकुवर अपने साथियों के साथ मोहर लेने चला गया। इसके बाद वह नहीं लौटा। पीडि़त राय सिंह दूसरे दिन तक पाराधियों को फोन करते रहे लेकिन वे नहीं है। इसके बाद पीडि़त ने एफआइआर दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी नंदकुवर पारधी, लल्लू उर्फ शहनशाह पारधी व नंदकुंवर की पत्नी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है।
ये भी हुए वारदात के शिकार
- 17 मार्च कुठला थाना क्षेत्र में रीवा जिले के गुढ़ निवासी हिंमाशु चतुर्वेदी और विजय तिवारी को ठगी का शिकार बनाया गया। इंद्रानगर बायपास के समीप पन्ना रोड में जंगल में मिलकर 7 लाख रुपए रुपए आधा पाव सोना दिया। वापस सोना लेकर रीवा रवाना हो गए। रीवा में फिर चेक कराया तो नकली निकला।
- 8 मार्च को लालच में फंसकर सोने की मोहर लेने हरी बाबू पिता जादन सिंह (53) निवासी सवाई माधोपुर राजस्थान, रविंद्र सिंह पिता फूल सिंह (63) निवासी सवाई माधोपुर राजस्थान दोनों कटनी पहुंचे थे। पारधियों ने यहां द्वारा बाइपास में नकद रुपए छीन लिए और मारपीट कर भाग निकले।
पारधियों द्वारा महाकुंभ के दौरान वहां व्यापार कर रहे लोगों को सोने की मोहर देने का लालच देकर कटनी बुलाया गया और धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया गया है। लालच में आकर लोग फंस रहे है। आरोपियों की पतासाजी के प्रयास किए जा रहे है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
राजेन्द्र मिश्रा, टीआई