पुलिस के मुताबिक, उन्हें इनपुट मिली थी कि राजू अपने चार साथियों के साथ लूटे गए तांबे को बेचने की फिराक में है। घेराबंदी करके पुलिस ने एक कार में सवार संतोष समेत 5 लोगों को धर दबोचा।पूछताछ के दौरान संतोष ने जुर्म कबूल कर लिया। बताया कि उसने ड्राइवर की हत्या के बाद पिस्तौल को झाड़ियों में छिपा दिया था।
शातिर बदमाश ने पुलिस पर की फायरिंग
पुलिस जब संतोष को हथियार बरामद करने ले गई, तो उसने कथित तौर पर झाड़ियों से पिस्तौल निकालकर पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में संतोष को पुलिस की तीन गोलियां लग गई। इससे वह मौके पर ही गिर गया। उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस मुठभेड़ में कोखराज के थाना प्रभारी और एक दरोगा बुलेटप्रूफ जैकेट की वहज से बाल-बाल बच गए। बदमाश की गोली उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट में जाकर धंस गई।
जौनपुर का रहने वाला था बदमाश
मुठभेड़ में मारा गया संतोष राजभर जौनपुर के खेतासराय का रहने वाला था। शुक्रवार रात प्रयागराज-कौशांबी हाईवे पर संतोष ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर ट्रेलर ड्राइवर की हत्या कर 4 करोड़ का कॉपर लूट लिया था।
राजस्थान के ट्रेलर ड्राइवर की हत्याकर दिया था लूट को अंजाम
ट्रेलर ड्राइवर की पहचान अजमेर के 40 वर्षीय साबरमल मीणा के रूप में हुई थी, जो गुजरात से तांबे के तार लेकर प्रयागराज जा रहा था। जब वह समय पर नहीं पहुंचा, तो उसकी तलाश शुरू हुई। इसी दौरान, शुक्रवार को कोखराज थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे उसका शव बरामद हुआ। बदमाश के फरार साथियों की तलाश तेज
कौशांबी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की। मुखबिर की सूचना पर शनिवार देर रात करीब 1 बजे पुलिस ने लूट के माल को बेचने के फिराक में जुटे पांच बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी संतोष से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने जुर्म कबूल कर ली। जब पुलिस उसे हथियार बरामद करने ले गई, तो उसने हमला कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। पुलिस का कहना है कि संतोष के दो अन्य साथी अभी भी फरार हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा।