पर्यटन निगम द्वारा बैकवॉटर से घिरे हनुवंतिया और सैलानी टापू पर पर्यटन की दृष्टि से विकास किया गया। हनुवंतिया पर शिवराज सरकार के समय तक जल महोत्सव भी आयोजित किए गए। मिनी सिंगापुर के नाम से प्रचारित इस टापू को पर्यटन विभाग संभाल ही नहीं पाया। पिछले साल तो यहां जल महोत्सव का आयोजन भी नहीं हुआ। वहीं, सैलानी टापू पर भी पर्यटन विभाग पर्यटन को बढ़ावा नहीं दे पाया। इस टापू पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने रात भी बिताई थी। अब ये टापू उजाड़ पड़ा है। वहीं, वन विभाग द्वारा बोरियामाल टापू को विकसित करने का प्लान भी अधर में है।
पर्यटन विभाग ने अब निजी कंपनी ट्रेजर के माध्यम से नजरपुरा टापू को विकसित करने का प्लान बनाया है। ट्रेजर कंपनी द्वारा देशभर में रियल एस्टेट सहित पर्यटन के क्षेत्र में कई प्रोजेक्ट खड़े किए गए है। कंपनी के प्रस्ताव को सरकार की साधिकार समिति के पास भेजा गया है। साधिकार समिति मप्र सरकार के विशिष्ट मामलों में निर्णय लेती है। इस समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव होते हैं और समिति का काम लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों पर निर्णय लेना है।
टूरिज्म बोर्ड द्वारा ट्रेजर कंपनी का प्रस्ताव साधिकार समिति के पास स्वीकृति के लिए भेजा गया है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद बोर्ड द्वारा एलआयू (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) जारी किया जाएगा।
विकास खरे, पीआरओ टूरिज्म बोर्ड