दोनों मंत्रियों की अनुपस्थिति में राज्यसभा की पूर्व सांसद व भाजपा की वरिष्ठ नेता सरोज पांडे की उपस्थिति में महापौर और पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। सबसे पहले नवनिर्वाचित महापौर संजू देवी राजपूत ने शपथ लिया। इसके बाद 10-10 के समूह में पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ।
Korba Oath Ceremony: भाजपा के 45 पार्षद हुए शामिल
शपथ ग्रहण के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर संजू देवी राजपूत ने अपने उद्बोधन में कहा कि जनता ने जिस विश्वास के साथ मुझे भारी मतों से विजयी बनाकर निगम की कमान मेरे हाथ में सौंपी है, मैं जनता के विश्वास पर खरा उतरने की दिशा में पूरी इच्छा के साथ कार्य करूंगी। जनहित से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखकर निगम क्षेत्र में कार्य कराए जाएंगे। मेरा प्रयास होगा कि जनता को सभी मूलभूत सुविधाएं सहज रूप से उपलब्ध हो सके। उनकी
समस्याओं का समाधान हो।इसके पहले जिला निर्वाचन पदाधिकारी अजीत वसंत ने महापौर और सभी पार्षदों को कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम को भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सरोज पांडे ने कार्यक्रम को मुय अतिथि के तौर पर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम कोरबा के सभी
नवनिर्वाचित प्रतिनिधि आम जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में एक साथ कार्य करें। उन्होंने विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने के लिए आह्वान किया। कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता, कोरबा की जनता ने जो विश्वास हम सभी पर व्यक्त किया है हम सभी उस पर खरा उतरें और शहर की बेहतरी के लिए कार्य करें।
शपथ लेने के बाद महापौर ने कार्यभार ग्रहण किया
उन्होंने कहा कि आज महापौर और सभी पार्षदों ने वैधानिक प्रक्रिया का पालन करते हुए शपथ ग्रहण किया है। उन्होंने उमीद जताई कि सभी जनप्रतिनिधि ईमानदारी से कार्य करेंगे और जिस प्रकार से प्रदेश की जनता ने
विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश की विष्णुदेव सरकार पर भरोसा किया। महापौर चुनाव में संजू देवी की जीत इसी का परिणाम है। संजू देवी भारी मतों से विजयी हुईं हैं यह सरकार की विश्वसनीयता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि जनता ने बहुत सारी आशा और आकांक्षाओं के साथ महापौर और पार्षद को चुना है।
उन्होंने उमीद जताई कि सभी मजबूती से कार्य करेंगे और निगम क्षेत्र की बुनियादी और मूलभूत जरूरतों को पूरा कराने में मदद करेंगे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उप मुयमंत्री अरूण साव और उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन को शामिल होना था लेकिन
हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी के कारण वे शामिल नहीं हो सके। कार्यक्रम को कोहड़िया के पार्षद नरेंद्र देवांगन ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार ने संदेश भिजवाया है कि निगम के सभी 67 वार्डों में बिना भेदभाव के विकास कार्य कराए जाएंगे। मोदी सरकार की गारंटी को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरबा में सरकार की गारंटी को पूरा करने का काम महापौर और पार्षदों का है। सब मिल-जुलकर इसे पूरा करेंगे।
कांग्रेस ने किया बहिष्कार
शपथ ग्रहण समारोह में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, वन मण्डाधिकारी अरविंद पीएम., आयुक्त आशुतोष पांडे, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज शर्मा, सीईओ जिला पंचायत दिनेश कुमार नाग, अपर कलेक्टर मनोज कुमार बंजारे, एसडीएम सरोज कुमार महिलांगे, चन्द्रमा सिंह राजपूत, नगर पालिका दीपका के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह राजपूत, संजू जायसवाल, पद्मिनी देवांगन, पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ.राजीव सिंह, महामंत्री संतोष देवांगन, टिकेश्वर राठिया, रामनारायण सोनी, गोपाल मोदी, मनोज मिश्रा सहित सभी नवनिर्वाचित पार्षदगण, पदाधिकारीगण एवं काफी संया में नागरिकगण उपस्थित थे। महापौर संजू देवी राजपूत ने सोमवार को शपथ लिया। उनके साथ भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी शपथ लिया। इसके बाद महापौर संजू देवी निगम के मुय प्रशासनिक भवन साकेत पहुंचीं जहां उन्होंने विघ्नहर्ता श्रीगणेश की पूजा अर्चना की। महापौर कार्यालय में उन्होंने कार्यभार ग्रहण किया। उनके साथ भाजपा के पार्षद और समर्थक बड़ी संया में मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह का कांग्रेस ने यह कहकर विरोध किया कि समारोह के दौरान कोरबा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद ज्योत्सना महंत की उपेक्षा की गई है। उनकी तस्वीर मंच पर नहीं लगाई गई है।
मंच पर नहीं लगी सांसद की तस्वीर, कांग्रेस नाराज, 11 पार्षदों ने नहीं ली शपथ
शपथ ग्रहण समारोह का कांग्रेस ने बहिष्कार किया। शपथ ग्रहण समारोह शुरू होने से पहले कांग्रेस के 11 पार्षद ट्रांसपोर्ट नगर स्थित पार्टी कार्यालय में उपस्थित हुए। उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह स्थल की राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा की। कहा कि ज्योत्सना महंत कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद हैं। लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत आठ विधानसभा सीटें हैं लेकिन कोरबा महापौर के शपथ ग्रहण समारोह के लिए जो मंच तैयार किया गया था उस पर सांसद की फोटो नहीं लगाई गई थी। मंच पर मुख्यमंत्री , उप मुख्यमंत्री , श्रम मंत्री के अलावा भाजपा के अन्य नेताओं की तस्वीर लगी थी। पार्टी ने इस पर नाराजगी व्यक्त किया और कांग्रेस के 11 पार्षद शपथ ग्रहण करने के लिए नहीं पहुंचे। एक निर्दलीय पार्षद अनुज भी शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे। 12 पार्षदों ने शपथ नहीं लिया। गौरतलब है कि एक दिन पहले कांग्रेस ने बांकीमोंगरा और दीपका में भी शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया था। सांसद की उपेक्षा का आरोप लगाया था।