सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 2 जुलाई को कर्मचारी महेन्द्र कुमार, निवासी सकतपुरा, थाना कुन्हाड़ी ने रिपोर्ट दी थी कि वह अपने सेठ कुलदीप सोनी के कहने पर स्वर्ण रजत मार्केट से करीब 900 ग्राम सोने के कड़े और अंगूठियां लेकर स्कूटी से लौट रहा था। जब वह मोहन टॉकिज रोड स्थित राधिका पैलेस के पास पहुंचा तो दो मोटरसाइकिलों पर सवार कुछ युवकों ने उसकी स्कूटी को रोका, उससे मारपीट की और चाकू दिखाकर स्कूटी सहित ज्वैलरी लूटकर फरार हो गए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने क्षेत्र में लगे 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और संदिग्ध मोटरसाइकिलों की पहचान कर अपराधियों का सुराग लगाया।
मध्यप्रदेश, जयपुर और चित्तौड़गढ़ तक फैली जांच
एडिशनल एसपी सैनी ने बताया कि पुलिस टीमों को जयपुर, चित्तौड़गढ़, बूंदी, उज्जैन (म.प्र.) समेत विभिन्न स्थानों पर रवाना किया गया। वहां से हर्षित सोनी, शिवकुमार सोनी, हरिओम उर्फ नंदू, आकाश वैष्णव, राजन, विष्णु सिंह, तरुण सिंह, प्रदीप केवट, करण मुलानी, बनवारीलाल को गिरफ्तार किया और एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया। सभी आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनके खिलाफ पूर्व में विभिन्न थानों में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
डीएसपी लोकेन्द्र पालीवाल ने बताया कि मुख्य आरोपी हरिओम, आकाश और हर्षित ने ऐशो-आराम और शौक पूरे करने के लिए लूट की साजिश रची। हर्षित पहले स्वर्ण रजत मार्केट में काम कर चुका था, जिससे उसे ज्वैलर्स के काम और कर्मचारियों की गतिविधियों की पूरी जानकारी थी। साजिश के तहत उसने अपने साथी आकाश को फर्जी ग्राहक बनाकर मार्केट में भेजा। जैसे ही कर्मचारी महेन्द्र ज्वैलरी लेकर लौटने लगा, पहले से घात लगाए बदमाशों ने रास्ते में उसे रोक लिया, चाकू दिखाकर डराया और स्कूटी समेत ज्वैलरी लूटकर फरार हो गए।