होलिका दहन के बाद होली की धमाल शुरू हो गई। सूर्योदय के बाद तो होली का उत्साह और उमंग चरम पर पहुंच गया। बच्चे और युवा टोलियां बनाकर रंग, गुलाल और पिचकारी लिए होली खेलने निकले। उन्होंने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान कोई लाल रंग में सराबोर दिखा तो कोई गुलाबी रंग में रंगा नजर आया।
गूंजे होली के गीत, गाया फाग होली के रंगों के बीच संगीत का भी जोर रहा। जहां लोग होली खेलते रहे, वहीं दूसरी ओर होली के गीतों पर ताल में ताल मिलाते हुए नृत्य करते नजर आए। रंग बरसे…,होली खेले रघुवीरा…, खेलेंगे हम होली…जैसे गीतों की धुन पर लोग झूमते रहे। दोपहर बाद तक होली की रंगत शहर में छाई रही।
बाजारों में रही रौनक होली को लेकर बाजारों में भी चहल-पहल रही। रंग-गुलाल, पिचकारियों की दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ी। हालांकि, अधिकतर अन्य दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, जो दोपहर बाद खुले। रात तक होली की शुभकामनाओं का सिलसिला जारी रहा।
झांकियों ने किया मंत्रमुग्ध गुरुवार देर रात तक शहर के विभिन्न स्थानों पर सजी झांकियों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। भद्रा समाप्त होने के बाद शुभ मुहूर्त में होलिका दहन किया गया। इस वर्ष रात 11:30 बजे तक भद्रा रही, जिससे कई स्थानों पर देर रात को होलिका दहन हुआ। धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
आज मनेगा भैया दूज होली के बाद रविवार को शहर में भैया दूज मनाई जाएगी। बहनें अपने भाइयों को तिलक कर उनकी दीर्घायु की कामना करेंगी और उपहार देंगी। भैया दूज को लेकर शहर के मिष्ठान व नमकीन भंडारों पर रौनक बनी रहेगी।