Transfer : जयपुर में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, 28 सीआई का किया गया ट्रांसफर, अब इन जगहों पर मिली नई जिम्मेदारी
विधानसभा में पास नहीं हो पाया कोचिंग बिल…
कोटा में कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की आत्महत्याओं पर हाईकोर्ट ने साल 2016 में स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लिया था। इस दौरान कोचिंग संस्थानों को रेगुलेट करने को लेकर ड्राफ्ट बनाया गया। इस साल एक मसौदा कोचिंग विनियमन विधेयक तैयार किया गया और विधानसभा में पेश किया गया। लेकिन विरोध के चलते इसे एक प्रवर समिति को भेज दिया था। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव की खंडपीठ ने कहा कि साल 2019 से अब तक सरकार इस विषय में कोई ठोस कानून नहीं बना पाई है, यह दुखद है। कोर्ट ने कहा कि गाइडलाइन तक लागू नहीं की गई।देर रात 20 फीट तक घिसटती गई बाइक, डिवाइडर से टकराकर लगी आग, तीन जनों की दर्दनाक मौत, मचा कोहराम
बीजेपी विधायक ने किया था बिल का विरोध..
बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने विधेयक की आलोचना करते हुए चेतावनी दी थी कि इसका मौजूदा स्वरूप राजस्थान से कोचिंग संस्थानों को बाहर कर सकता है। इससे नौकरियां और 60,000 करोड़ रुपए का उद्योग प्रभावित हो सकता है। विधायक गोपाल शर्मा ने कोचिंग विनियमन विधेयक में केंद्रीय दिशा-निर्देशों के गायब प्रावधानों पर सवाल उठाए थे. शर्मा ने कहा था कि अगर डबल इंजन वाली सरकार है तो साथ मिलकर चले।जानिए : कोटा में पिछले आठ साल में कितने स्टूडेंट्स ने किया सुसाइड..
साल 2018 में 20,2019 में 8,
2020 में 4,
साल 2021 में एक भी सुसाइड का मामला सामने नहीं आया
2022 में 15,
2023 में 29
2024 में 16
2025 में अब तक 14