Kota Murder News: कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र के राजीव गांधी नगर इलाके में सोमवार शाम जीजा ने साले की गोली मार कर हत्या कर दी। इस वारदात के पीछे जमीन को लेकर विवाद सामने आया है। वारदात सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई। फुटेज में साफ दिख रहा है कि बाइक पर सवार होकर आए दो बदमाशों ने साइबर कैफे में घुसते ही फायरिंग शुरू कर दी और मौके से फरार हो गए।
सीआई रामलक्ष्मण गुर्जर ने बताया कि मृतक की पहचान हरिओम वैष्णव के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बांसखेड़ा (खानपुर, झालावाड़) का निवासी था और वर्तमान में कोटा में रहकर मोबाइल की दुकान पर काम कर रहा था। सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे हरिओम अपने चचेरे भाई विजय वैष्णव के साथ साइबर कैफे में बैठा था। इसी दौरान उसका रिश्ते का जीजा शंकर एक अन्य युवक के साथ वहां पहुंचा और बिना किसी बहस के सीधे 4-5 राउंड फायरिंग कर दी। गोलियां लगने से हरिओम लहूलुहान हो गया। विजय ने तुरंत उसे बाइक से अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। एफएसएल टीम ने घटनास्थल से खून के सैंपल लिए और पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिए गए। फुटेज में आरोपी शंकर और उसके साथी की पहचान की गई है। पुलिस के अनुसार, आरोपी शंकर आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में घटना के पीछे पारिवारिक विवाद की बात सामने आई है लेकिन फायरिंग की असली वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुट गई है और गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी है।
मारने के लिए ही आए थे
दुकान मालिक प्रवेश खंडेलवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी मोबाइल शॉप संचालन के लिए विजय वैष्णव को सौंपी थी। कुछ दिन पहले विजय ने अपने चचेरे भाई हरिओम वैष्णव, निवासी बांसखेड़ा गांव (खानपुर, झालावाड़), को दुकान पर बैठाना शुरू किया था। हरिओम रोज़ाना दोपहर 3 बजे से रात 9:30 बजे तक पार्ट टाइम काम करता था। घटना वाली शाम करीब 6 बजे दो बाइक सवार युवक दुकान पर आए। उनमें से एक, आरोपी शंकर वैष्णव ने काउंटर पर बैठे हरिओम पर अचानक गोली चला दी। गोली सीधे उसकी छाती पर लगी। गोलीबारी से विजय घबरा गया और तुरंत अपने मामा विष्णु वैष्णव को बुलाया। स्थानीय लोगों की मदद से हरिओम को निजी अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
हरिओम वैष्णव की उम्र लगभग 22 वर्ष थी और वह पढ़ाई कर रहा था। वह कोटा के महावीर नगर द्वितीय क्षेत्र में सब्जी मंडी के पास किराए के मकान में रहता था। दिन में पढ़ाई करता था और शाम को पार्ट टाइम मोबाइल की दुकान पर काम करने जाता था। वह कुछ ही समय पहले इस काम से जुड़ा था।
गांव में हुआ था झगड़ा
कुछ दिन पहले भी गांव में जमीन को लेकर विवाद हुआ था। मृतक हरिओम वैष्णव और आरोपी शंकर एक ही गांव बांसखेड़ा (खानपुर, झालावाड़) के निवासी हैं। शंकर, हरिओम के चाचा का जंवाई है। मृतक के दोस्त प्रियरंजन सिंह ने बताया कि जमीन विवाद को लेकर कुछ दिन पहले भी दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। उस समय शंकर कुछ लोगों को लेकर गांव आया था, जिसके बाद हरिओम के परिवार ने सुरक्षा के चलते उसे कुछ दिनों तक कोटा नहीं जाने दिया।
सोमवार को हरिओम के कमरे में प्रियरंजन आराम कर रहा था, तभी अचानक कॉल आया कि हरिओम को गोली मार दी गई है। मौके पर पहुंचने पर वह लहूलुहान हालत में मिला, जिसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रियरंजन का कहना है कि हरिओम कभी इस विवाद में सीधे शामिल नहीं था, इसलिए उसकी हत्या का कारण समझ नहीं आ रहा।