COVID-19 से बचाव, इम्युनिटी बढ़ाने के लिए खाएं ये 5 सुपरफूड्स
COVID-19 : भारत के कई राज्यों में कोविड-19 संक्रमण के केस भी मिले हैं। ऐसे में अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए खानपान पर ध्यान देना जरूरी है। यहां 5 सुपरफूड्स बताए गए हैं जिन्हें आप सेवन कर सकते हैं और अपनी इम्युनिटी को तंदुरुस्त रख सकते हैं।
Effective superfoods that boost immunity
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COVID-19: कोरोना (COVID -19) एक बार फिर वापस आ चुका है। भारत के कई राज्यों में इसके नए मामले सामने आए हैं, खासकर महाराष्ट्र, दिल्ली और केरल जैसे बड़े शहरों में। इससे यह स्पष्ट होता है कि कोविड फिर से सक्रिय हो रहा है। ऐसे में खुद को फिट रखना और स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर संक्रमण से बचना है, तो हमारे शरीर की इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होना बहुत जरूरी है।सही खानपान और पोषण से ही इम्युनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे 5 सुपरफूड्स के बारे में, जो आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
संतरा, नींबू, मौसंबी और कीनू जैसे खट्टे फलों में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है, जो हमारे शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है। रोजाना महिलाओं को लगभग 75 मि.ग्रा. और पुरुषों को 90 मि.ग्रा. विटामिन C की जरूरत होती है।
आंवला (Amla)
href="https://www.patrika.com/lifestyle-news/amla-for-summer-gooseberry-beneficial-or-harmful-know-truth-19618703" target="_blank" rel="noreferrer noopener">आंवला भी विटामिन C से भरपूर होता है और यह इम्युनिटी बढ़ाने में बेहद असरदार है। इसे आप कच्चा खा सकते हैं या फिर इसका जूस भी पी सकते हैं।
लहसुन (Garlic)
लहसुन में एक खास तत्व एलिसिन पाया जाता है, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। यह दिल की सेहत के लिए भी अच्छा होता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
दही में कुछ अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारे पाचन को सुधारते हैं और इम्युनिटी को मजबूत बनाते हैं। अगर आप दही को सादा खाते हैं या उसमें थोड़ा सा फल या शहद मिलाते हैं, तो यह और भी फायदेमंद हो जाता है।
बादाम (Almonds)
बादाम विटामिन E का अच्छा स्रोत है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। रोजाना 4-6 बादाम खाने से शरीर को ज़रूरी विटामिन E मिल सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।