2025 में जन्मे बच्चे क्यों कहलाएंगे Generation Beta
जनरेशन बीटा शब्द ग्रीक अल्फाबेट से लिया गया है, जो जनरेशन अल्फा के बाद आता है। इस तरह के नामकरण की परंपरा जनरेशन अल्फा के समय से शुरू हुई थी और अब जनरेशन बीटा इसे आगे बढ़ा रही है। McCrindle के मुताबिक, जनरेशन बीटा में वे बच्चे शामिल होंगे जो 2025 से 2039 के बीच जन्म लेंगे। यह पहली पीढ़ी होगी जो तकनीक को बेहद करीब से देखेगी और अनुभव करेगी।इस पीढ़ी के अधिकांश सदस्य 22वीं सदी तक जीवित रहने की उम्मीद है। “बीटा” नाम यह दर्शाता है कि कैसे आने वाली पीढ़ी नई-नई तकनीकों को अपनाते हुए, धीरे-धीरे उच्च तकनीकी दुनिया में ढल रही है।क्या खास होगा इस पीढ़ी में जन्मे बच्चों के लिए
McCrindle का ऐसा मानना है कि जनरेशन बीटा एक ऐसी दुनिया में कदम रखेंगे, जहां डिजिटल जुड़ाव और आत्म-अभिव्यक्ति (self-expression) के बीच बेहतर संतुलन होगा। नए इनोवेशन के साथ कनेक्टिविटी और डिजिटल संवाद एक सामान्य बात होगी। उनके शिक्षा, सामाजिक संबंध और अन्य कई चीजें डिजिटल होंगी। इस तरह, जनरेशन बीटा के बच्चों के जीवन में माता-पिता की भूमिका अहम हो जाएगी और उन्हें अपने बच्चों को डिजिटल पहचान को सुरक्षित और समझदारी से बनाने के लिए मार्गदर्शन देना होगा। साथ ही, बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और उन्नत तकनीक के कारण, वे लंबी उम्र और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होंगे।किस पीढ़ी को क्या नाम मिला
पीढ़ी के नाम | ईयर (कब से तक) |
बूमर (Baby Boomers) | 1946 से 1964 तक |
जनरेशन X (Generation X) | 1965 से 1980 तक |
मिलेनियल्स (Millennials) या जनरेशन Y (Generation Y) | 1981 से 1996 तक |
जनरेशन Z (Generation Z) | 1997 से 2012 तक |
जनरेशन अल्फा (Generation Alpha) | 2013 से 2024 तक |
जनरेशन बीटा (Generation Beta) | 2025 से 2039 तक |
यह पीढ़ी द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के समय में जन्मी थी, जब दुनिया में जनसंख्या में भारी वृद्धि हुई थी। इस जनरेशन में 1946 से 1964 तक के लोग शामिल हैं।
यह पीढ़ी डिजिटल क्रांति के पहले का समय था, और इस पीढ़ी के लोग पारंपरिक दुनिया के साथ-साथ शुरुआती तकनीकी विकास के गवाह रहे। 1965 से 1980 तक वाले लोग इस जनरेशन में शामिल हैं।
1981 से 1996 तक के लोग इस पीढ़ी में शामिल हैं। यह पीढ़ी इंटरनेट, स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के समय में पली-बढ़ी। जनरेशन Z (Generation Z)
1997 से 2012 तक की पीढ़ी इस जनरेशन में शामिल है और यह पीढ़ी पूरी तरह से डिजिटल दुनिया में पली-बढ़ी है, जहां इंटरनेट, स्मार्टफोन और सोशल मीडिया जीवन के अभिन्न हिस्सा बन चुके थे।
2013 से 2024 तक के बच्चे इस जनरेशन में शामिल हैं और यह पीढ़ी पूरी तरह से डिजिटल और तकनीकी रूप से समृद्ध दुनिया में पलेगी, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अन्य नई तकनीकों का प्रभाव अधिक होगा।
अब 2025 से शुरू हो रही नई पीढ़ी, जिसमें 2025 से 2039 तक के बच्चे शामिल होंगे। यह पीढ़ी पूरी तरह से हाइपर-कनेक्टेड, डिजिटल और तकनीकी रूप से उन्नत दुनिया में पलेगी, जहां एआई, ऑटोमेशन और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का प्रभाव गहरा होगा।