जीरा में पाए जाने वाले मिनरल्स और पोषक तत्व (Minerals and nutrients found in cumin)
जीरा पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे एपिजेनिन और ल्यूटोलिन अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। जीरे में विटामिन C और विटामिन A जैसे पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो इसे सेहत के लिए और भी लाभकारी बनाते हैं।
जीरा पाउडर के फायदे (Benefits of cumin powder)
अपच में सुधार (Improve indigestion)
जीरा पाउडर का सेवन पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में बेहद सहायक होता है। इसमें मौजूद एंजाइम भोजन को जल्दी और सही तरीके से पचता है। यह पेट में बनने वाली गैस और एसिड को भी नियंत्रित करता है, जिससे अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। नियमित रूप से जीरा पाउडर को आहार में शामिल करने से पाचन तंत्र मजबूत बना रहता है और शरीर को पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण होता है। गैस और ब्लोटिंग से राहत (Relief from gas and bloating)
जीरा पाउडर गैस और पेट फूलने जैसी समस्याओं के लिए एक असरदार घरेलू उपाय माना जाता है। यह आंतों में फंसी गैस को बाहर निकालने में मदद करता है और पेट की ऐंठन को कम करता है। गर्मियों में इसका सेवन पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर कर सकता है, जैसे पेट फूलना और भारीपन महसूस होना। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाचन तंत्र की सूजन को कम करने में भी सहायक होते हैं, जिससे ब्लोटिंग की समस्या धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।
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जीरा पाउडर और गर्म पानी
एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच जीरा पाउडर मिलाकर पीने से पाचन में सुधार होता है और ब्लोटिंग से राहत मिलती है।
जीरा पाउडर और दही
एक कटोरी दही में एक चम्मच जीरा पाउडर मिलाकर खाने से अपच की समस्या में आराम मिलता है। जीरा पाउडर और शहद
एक चम्मच जीरा पाउडर को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर लेने से गैस और ब्लोटिंग से राहत मिल सकती है।
जीरा पाउडर और अदरक
एक चम्मच जीरा पाउडर को अदरक के टुकड़े के साथ उबालकर बनाए गए गर्म पानी में मिलाकर पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और अपच से राहत मिलती है। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।