मलाइका का पसंदीदा है Balloon Facial Exercise, जानिए कैसे करते हैं ये
Balloon Facial Exercise: मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora ) अपनी फिटनेस और ग्लोइंग स्किन के लिए बैलून फेशियल एक्सरसाइज को रोजाना की रूटीन में शामिल करती हैं। यह एक असरदार तरीका है जो चेहरे की मांसपेशियों को टोन करने में मदद करता है। अगर आपको भी चाहिए सेलिब्रिटी जैसी त्वचा, तो जान लीजिए इसके करने के तरीके और फायदे के बारे में।
Balloon Facial Exercise Benefits: बॉलीवुड की फिटनेस क्वीन मलाइका अरोड़ा अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल और ग्लोइंग स्किन के लिए जानी जाती हैं। वे नियमित योग, एक्सरसाइज और फेस योगा को अपनी दिनचर्या में शामिल करती हैं। हाल ही में उन्होंने एक ऐसे आसान लेकिन प्रभावशाली फेस एक्सरसाइज को अपने फैंस के साथ साझा किया जिसे कहा जाता है बैलून फेशियल एक्सरसाइज , तो आखिर ये बैलून फेशियल एक्सरसाइज क्या है? दरअसल यह एक सिंपल सी तकनीक है, लेकिन चेहरे की मांसपेशियों को टोन करने, त्वचा को टाइट रखने और एंटी-एजिंग के लिए बेहद असरदार मानी जाती है। तो आइए जानते हैं इस एक्सरसाइज को करने के क्या फायदे हैं और कैसे करते हैं ताकि आप भी पा सकें ग्लोइंग और टाइट स्किन।
इसे आमतौर पर बैलून पोज कहा जाता है। बॉलीवुड एक्ट्रेस और डांसर मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) भी इसे अपनी फिट फेस रूटीन में शामिल करती हैं। इस एक्सरसाइज को करना बेहद आसान है। बस अपने मुंह में हवा भरें और गालों को गुब्बारे की तरह फुला लें। इस पोज़ को कुछ सेकंड्स तक होल्ड करें। यह दिखने में भले ही मजेदार लगे, लेकिन इससे गाल, होंठ और जबड़े की मांसपेशियों पर हल्का दबाव बनता है जो इन्हें मजबूत बनाता है और त्वचा में कसाव लाता है।
-यह एक प्राकृतिक एंटी-एजिंग उपाय है, जिससे झुर्रियां और ढीलापन कम हो सकता है।
-गाल, होठ और जबड़े की मांसपेशियों को स्ट्रॉन्ग और टाइट करता है। -चेहरे पर ब्लड फ्लो बढ़ने से नेचुरल ग्लो आता है। -जबड़े की मांसपेशियों पर दबाव पड़ने से डबल चिन कम हो सकती है।
-चेहरे की नसों को रिलैक्स करता है, जिससे माइग्रेन या स्ट्रेस भी कम हो सकता है।
क्या रखें ध्यान? (Precautions)
Balloon Facial Exercise करते समय कुछ जरूरी सावधानियाँ बरतनी चाहिए। बहुत अधिक हवा न भरें, क्योंकि इससे चक्कर आ सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर या साइनस की समस्या हो तो डॉक्टर से सलाह लें। शुरुआत में इसे ज़्यादा बार न करें, धीरे-धीरे अभ्यास बढ़ाएं। बेहतर परिणाम के लिए नियमितता और संयम जरूरी है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।