लगाकर के आग बहारों की बात करते हैं।
जिन्होंने रात में चुन-चुन के बस्तियों को लूटा,
वही नसीबों के मारों की बात करते हैं।”
क्या योगी सरकार लाएगी ‘लाडली बहना’ जैसी योजना
बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, महंगाई और धार्मिक आस्थाओं पर सवाल उठाए, वहीं मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जो लोग महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन का विरोध कर रहे हैं, वे 56 करोड़ श्रद्धालुओं की आस्था पर चोट कर रहे हैं।
विधानसभा में उठे अहम मुद्दे
1. उर्दू शिक्षा पर हंगामानेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने उर्दू भाषा और शिक्षा विभाग से जुड़े सवाल उठाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या मुंशी प्रेमचंद उर्दू में उपन्यास लिखने के कारण कठमुल्ला थे? क्या विश्वविद्यालयों में उर्दू पढ़ने वाले छात्रों को कठमुल्ला समझा जाएगा? इस पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि हिंदी इस सदन की भाषा है, और क्षेत्रीय भाषाओं को समर्थन देने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हर अच्छे काम का विरोध करती है।
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2. महाकुंभ और धार्मिक आस्था पर राजनीतिमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर सनातन धर्म और महाकुंभ के विरोध का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुंभ में 56 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, लेकिन विपक्ष इसे लेकर झूठा प्रचार कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, और इसे ऐतिहासिक ऊंचाइयों तक पहुंचाया जाएगा।
सदन में 29 जनवरी को भगदड़ की घटना और अन्य सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा हुई। विपक्ष ने सरकार से जवाब मांगा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और हर संभव मदद करेगी। उन्होंने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड, नेपाल और अन्य जगहों की घटनाओं को महाकुंभ से जोड़कर झूठा प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैलाने में लगे हुए हैं, जिससे समाज में भ्रम पैदा हो रहा है।
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5. समाजवादी पार्टी पर सीधा हमलायोगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा जिस थाली में खाती है, उसी में छेद करती है। उन्होंने कहा कि सरकार क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा दे रही है, लेकिन विपक्ष को यह भी स्वीकार नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि विपक्ष का विरोध केवल सत्ता के लालच की वजह से है, न कि जनता के हित में।
मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान
मुख्यमंत्री ने बजट सत्र के दौरान प्रदेश के विकास और धार्मिक पर्यटन को लेकर भी कई घोषणाएं की- प्रयागराज में महाकुंभ के लिए अतिरिक्त सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
- उर्दू शिक्षा को लेकर सरकार किसी भी भाषा या संस्कृति के खिलाफ नहीं है।
- भगदड़ में पीड़ित परिवारों को सहायता दी जाएगी।
- अफवाहों पर कार्रवाई के लिए एक विशेष समिति गठित की जाएगी।
- प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।