मिलों की कीमत 10 अरब
इन मिलों की कीमत करीब 10 अरब रुपए है। देर रात तक ईडी छानबीन में जुटी थी। जब्त चीनी मिलों में मेसर्स मेलो इंफ्राटेक प्रा. लिमिटेड, मेसर्स डायनैमिक शुगर प्रा. लि.,मेसर्स हनीवेल शुगर प्रा.लि. हैं। सीबीआई ने इसकी एफआईआर दर्ज की थी। आरोप था कि इकबाल और सहयोगियों ने धोखाधड़ी कर विनिवेश के जरिए यूपी में कई चीनी मिलों का अधिग्रहण धोखाधड़ी से किया। इस मुकदमे के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की तो सामने आया कि इन लोगों ने मिलों का बहुत कम मूल्यांकन कर नीलामी ये अधिग्रहण किया।
इकबाल के साथ रिश्तेदार भी शामिल
मिलों का बाजार मूल्य बिक्री की कीमत से ज्यादा था। इसमें इकबाल की अवैध कमाई भी लगी थी। यह भी पता चला कि कई संपत्तियां इकबाल के रिश्तेदारों के नाम से ली गई है। मिल की खरीद में भी इन रिश्तेदारों के बैंक खातों से रकम देना दिखाया गया है।