हादसा कैसे हुआघटना शुक्रवार रात लगभग 8:15 बजे की है। बेनीगंज थानाक्षेत्र, हरदोई के निवासी मो. इस्माइल सपरिवार लखनऊ एक दावत-ए-वलीमा में शामिल होने के लिए निजी बस से आ रहे थे। जैसे ही उनकी बस मलिहाबाद के सन्यायीबाग के पास पहुंची, एनएचआई पर तिरछे खड़ा ओवरलोड डंपर अचानक उनकी बस से टकरा गया। दुर्घटना इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। बस चालक और परिचालक नितिन बुरी तरह घायल हो गए और फंस गए। इसके अलावा बस में सवार कई यात्री भी घायल हो गए। इनमें मोहम्मद इस्माइल, फिरोज, सानिया, मुन्ना, नजमा फातिमा, जमील, मंतशा और दरक्शा समेत करीब 15 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और घायलों को बस से बाहर निकालने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन: घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। राहगीरों की मदद से पुलिस ने सभी घायलों को बस से बाहर निकाला और उन्हें काकोरी और मलिहाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा। जहां पर उनका प्राथमिक उपचार किया गया। बस चालक की हालत बेहद नाजुक थी, उसे तुरंत ट्रामा सेंटर के लिए रेफर किया गया। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके कारण चालक और परिचालक को गंभीर चोटें आईं। अन्य घायल यात्रियों को भी गंभीर चोटें आई हैं, लेकिन उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
कोहरे के कारण सड़क हादसों में वृद्धि
लखनऊ में ठंड का मौसम आते ही सड़कों पर कोहरा बढ़ जाता है, जिससे दुर्घटनाओं के खतरे में भी इजाफा होता है। कोहरे के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी कम हो जाती है, जिससे वाहन चालकों को सही से मार्गदर्शन नहीं मिल पाता। यही कारण है कि इस समय सड़क हादसों की संख्या में इजाफा हुआ है। खासकर रात के समय और सुबह जल्दी कोहरे के कारण सड़क हादसे अधिक होते हैं। पुलिस ने चेतावनी दी है कि इस समय वाहन चालकों को अधिक सतर्क रहना चाहिए और तेज गति से वाहन न चलाएं। कोहरे में वाहन चलाते समय हल्की गति सही हेडलाइट्स का उपयोग और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
पुलिस का बयान: मलिहाबाद पुलिस ने बताया कि इस दुर्घटना में बस चालक की हालत गंभीर थी और उसे ट्रामा सेंटर भेजा गया। वहीं, अन्य घायल यात्रियों का इलाज अस्पताल में चल रहा है और उनकी स्थिति स्थिर है। पुलिस ने ओवरलोड डंपर के चालक के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द ही मामले में जांच पूरी कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन ने कोहरे के दौरान सड़क पर अधिक सतर्कता बरतने और सुरक्षा उपायों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि सभी वाहन चालक कोहरे के दौरान सड़क पर सुरक्षित तरीके से यात्रा करें।
क्यों बढ़ते हैं हादसे: ठंड के मौसम में सर्द हवाएं और घना कोहरा सड़क पर विजिबिलिटी कम कर देते हैं। कई बार वाहन चालक को सही समय पर ब्रेक लगाने का अवसर नहीं मिलता और वह हादसे का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा, ओवरलोडिंग, तेज गति से वाहन चलाना, सड़क पर बिखरे मलबे और खराब ट्रैफिक व्यवस्था भी सड़क दुर्घटनाओं के कारण बनती हैं।
प्रशासन की ओर से उपाय: लखनऊ प्रशासन ने इस बढ़ते जोखिम को देखते हुए ठंड में सड़क सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। प्रशासन ने सड़कों पर यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्राइविंग और जागरूकता अभियान शुरू किया है। इसके अलावा, कोहरे के दौरान सड़कों पर सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
सड़क सुरक्षा में सहयोग: इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों और राहगीरों ने पुलिस की मदद की और घायलों को तुरंत अस्पताल भेजने में सहायता की। यह दिखाता है कि सड़क सुरक्षा में स्थानीय समुदाय का भी महत्वपूर्ण योगदान है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और हादसों से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
लखनऊ में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। कोहरे के दौरान सड़क सुरक्षा उपायों को बढ़ाया जाना चाहिए और लोगों को इस समय वाहन चलाते समय सतर्क रहने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए। हाल ही में हुए इस भीषण हादसे ने यह साबित कर दिया कि सर्दी और कोहरे में सड़क यात्रा के दौरान सावधानी बरतना कितना जरूरी है।