APAAR ID: बसना में बना सबसे कम
शिक्षा विभाग बच्चों की अपार आईडी बनाने में जुटा हुआ है, लेकिन कभी सर्वर तो कभी बच्चों के आधार कार्ड में गलत नाम आईडी बनाने में रोड़ा बने हुए हैं। इस वजह से अपार आईडी बनाने की गति भी काफी धीमी है। अपार आईडी एक राष्ट्र, एक आईडी के रूप में कार्य करेगी। इसमें 12 अंकों का कोड है, जो विद्यार्थी के आधार से लिंक रहेगी। छात्रों की आईडी बनाने का कार्य किया जा रहा है।
आईडी स्कूल स्तर पर नि:शुल्क बनाया जा रहा है। अभी भी लगभग एक लाख से अधिक छात्रों की आईडी बनना शेष है। पिछले कुछ महीनों से छात्रों के साथ ही शिक्षक व पालक भी भटक रहे हैं। बच्चों का
आधार कार्ड बनाने के लिए पालकों को भी भटकना पड़ रहा है। पहले चरण में 9 वीं कक्षा से 12वीं कक्षा के छात्रों का अपार आईडी बनाया जा रहा है। डीएमसी कमल नारायण चंद्राकर ने बताया कि नया डाटा आने शेष है। अपार आईडी बनाने का कार्य जारी है।
फैक्ट फाइल
ब्लॉक लक्ष्य आईडी बनी लंबित प्रतिशत महासमुंद 57797 33727 22789 58.35 सरायपाली 36732 19466 16718 52.99 पिथौरा 45859 22121 23090 48.24 बागबाहरा 42172 20070 21235 47.59 बसना 35216 12815 21518 36.39 कुल 217776 108199 105350 49.68
9 वीं से 12 वीं का बन रहा आईडी
जिले में बसना विकासखंड में बहुत ही कम छात्रों का अपार आईडी बना है। वहीं महासमुंद में सबसे ज्यादा छात्रों का अपार आईडी बनाया गया है। अपार आईडी बन जाने के बाद छात्रों का अपना दस्तावेज लेकर भटकना नहीं पड़ेगा। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 9 वीं से 12 वीं कक्षा का पहले चरण में अपार आईडी बनाया जा रहा है। अपार आईडी बनाने के लिए भी पालकों से सहमति पत्र मंगाया जा रहा है। अपार आईडी कार्ड यू-डायस पोर्टल में जानकारी एकत्र किया जा रहा है। जिले में 22229 छात्रों का आधार से संबंधित समस्या है। किसी का आधार नहीं बन पाया है, तो किसी छात्र के आधार में नाम गलत लिखा है। जिसके कारण अपार आईडी नहीं बन पाया है। महासमुंद के 7233, सरायपाली के 92, पिथौरा के 5245, बागबाहरा के 5317, बसना के 4342 छात्रों की आईडी अटकी हुई है।