कौन हैं जोजो और जॉनी?
दरअसल, वेंट्रिलो क्विज्म (पेटबोली) कलाकार राहुल मिश्रा ने परिक्रमा मार्ग स्थित आश्रम में प्रेमानंद महाराज (Premanand Ji Maharaj) के सामने अपनी कला का प्रदर्शन किया तो वह अपनी हंसी नहीं रोक पाए। पेटबोली कला, एक ऐसी कला है, जिसमें कलाकार बिना होंठ हिलाए बोलता है और ऐसा लगता है कि हाथ में लिये हुए पपेट बोल रहे हैं। राहुल मिश्रा अपने साथ दो पपेट जोजो और जॉनी को लेकर आश्रम आए थे। आश्रम में जोजो और जॉनी ने आपस में बातचीत की। इसी बीच, प्रेमानंद महाराज ने पूछा कि हमारा नाम क्या है, तो पपेट ने कहा कि आपका नाम प्रेमानंद महाराज है। इस पर महाराज ठहाके लगाकर हंसने लगे, जिसे देख आसपास उपस्थित शिष्य और परिकर भी ठहाके लगाकर हंसे।
फिर शुरू हुई प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा
प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा 14 दिन बाद फिर शुरू हो गई है। सोमवार रात 2 बजे जैसे ही प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी से बाहर निकले तो भक्त उत्साहित हो गए। उन्होंने रंगोली बनाकर बाबा का स्वागत किया। संत प्रेमानंद महाराज पदयात्रा करते हुए जब NRI ग्रीन सोसाइटी के बाहर पहुंचे तो वहां भी उनका जोरदार स्वागत हुआ। यह वही सोसाइटी है, जिसके लोगों ने महाराज की रात्रि कालीन पदयात्रा के दौरान बजने वाले ढोल और आतिशबाजी का विरोध किया था।