जुमे के जमाज से पहले चलाया गया हथौड़ा
मस्जिद कमेटी प्रबंधन और आस-पास के लोगों ने बताया कि वर्षों पुरानी इस मस्जिद में पहली बार ऐसा हुआ है जब जुमे की नमाज ना हो पाई हो। कमेटी प्रबंधन ने मान जाने के बाद सुबह से ही मस्जिद में हथौड़ा चलवाना शुरू कर दिया था। मस्जिद के मुख्य द्वार से गेट पहले ही हटवा दिया गया था। बिजली कनेक्शन भी हटवा दिया गया था लेकिन बाकी के हिस्से को हटाने के लिए सहमति नहीं बन रही थी। कमेटी का रुख देखने के बाद एडीएम सिटी ब्रिजेश सिंह मस्जिद पहुंचे और कमेटी प्रबंधन से बात शुरू की। लंबी मीटिंग के बाद प्रबंधन ने सहमति दे दी।
देर रात तक चली प्रशासनिक अफसरों की मीटिंग
एनसीआरटीसी यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम के अफसर काफी समय से मस्जिद को हटाने की मांग कर रहे थे। स्थानीय प्रशासन ने भी कमेटी प्रबंधन से बात की और मस्जिद को हटाने के लिए कहा लेकिन मुख्य गेट ही हट पाया था। इसके बाद गुरुवार रात को एडीएम और एनसीआरटीसी के अफसर मस्जिद पहुंचे और प्रबंधन के साथ वार्ता शुरू की। देर रात तक चली इस वार्ता में कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन अंत में प्रबंधन तंत्र ने सहमति दे दी।
या तो खुद हटा लो वर्ना बुलडोजर से हटवाएंगे
इस पूरे मामले में प्रशासन का एक रुख ये भी था कि या तो प्रबंधन मस्जिद को स्वयं हटा ले वर्ना तो बुलडोजर चलवाया जाएगा। हाजी स्वाले हीन ने इसकी पुष्टि करते हुए मीडियाकर्मियों के बताया कि प्रबंधन के पास नोटिस आया है। या तो स्वयं मस्जि हटा लो वर्ना हम हटाएंगे। इस पर सहमति बन गई है। हम मस्जिद हटा रहे हैं लेकिन हमें मस्जिद के बदले मस्जिद यानि दूसरी जगह दी जाए। हम दूसरी जगह पर मस्जिद का निर्माण कर लेंगे। फिलहाल इस पर प्रशासन विचार कर रहा है।