मुरैना. ग्रामीण अंचल के स्कूलों में शिक्षक रुकना नहीं चाहते। खासकर शहर के 10-15 किमी के एरिया में संचालित प्राइमरी व मिडिल स्कूल के शिक्षकों में से कुछ ने जिला शिक्षा अधिकारी, कुछ ने बीआरसी कार्यालय में अटैच करवा लिया है। जिसके चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। अभी हाल ही में शिक्षा विभाग ने काउंसलिंग की थी, उसमें शिक्षकों को उनकी च्वॉइस के हिसाब से स्कूल आवंटित किए गए थे और काउंसलिंग का उद्देश्य भी यही था कि जहां शिक्षकों के स्थानांतरण नहीं हो पा रहे हैं जो इस व्यवस्था के तहत अपने पसंद के स्कूलों में पहुंच सकेंगे। उसके बाद भी शहर के नजदीकी स्कूलों के शिक्षकों ने अपना अटैचमेंट करवा लिया है। जबकि शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि शिक्षकों का पढ़ाई के अलावा अन्य कार्य में अटैचमेंट न किया जाए और अगर किया गया तो उसका वेतन संबंधित संस्था भुगतान न होते हुए आहरण संवितरण अधिकारी के एकाउंट से काटा जाए। लेकिन उसके बाद भी जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। शिक्षकों के अटैचमेंट से शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। दो कक्षाओं के बच्चे एक कमरे में बैठकर पढ़ेगे तो निश्चित रूप से दोनों क्लास की पढ़ाई प्रभावित होगी।
किशनपुर स्कूल के तीन शिक्षक अटैच शासकीय मिडिल स्कूल किशनपुर के तीन शिक्षक अपने हिसाब से अटैच हैं। इनमें से दो डीइओ कार्यालय और एक बीआरसी कार्यालय में बीएसी के पद पर हैं। इसके चलते यहां कक्षा सात व आठ के बच्चे एक ही कमरे में बैठकर पढऩे को मजबूर हैं। वहीं कक्षा एक व दो के बच्चे एक कमरे में बैठकर पढ़ते हैं। संस्था प्रभारी ने कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है लेकिन अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं।
रसीलपुर स्कूल में दो ही शिक्षक शासकीय प्राथमिक विद्यालय रसीलपुर में पांच शिक्षकों में से सिर्फ दो ही ड्यूटी पर रहते हैं। ग्राम पंचायत के सरपंच रामजीलाल कलेक्टर से भी शिकायत कर चुके हैं। यहां के शिक्षक वरुण कुमार शर्मा डीइओ ऑफिस, केदार यादव बीआरसी कार्यालय, एक अन्य शिक्षक जनक सिंह भारती मेडिकल लीव पर हैं। यहां एक कमरे में दो क्लास के बच्चे बैठाने पड़ रहे हैं। जिसके चलते शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कथन
मिडिल स्कूल में चार शिक्षक, तीन स्कूल नहीं आते, वह अटैच हैं। इसको लेकर मेरे द्वारा डीइओ व बीआरसी को पत्र लिखा जा चुका है लेकिन शिक्षकों को मुक्त नहीं किया गया है। एक अतिथि शिक्षक उसके सहारे काम चला रहे हैं। अनीता कुशवाह, प्रभारी प्रधानाध्यापक, शासकीय मिडिल स्कूल, किशनपुर
संकुल प्राचार्यों से अटैच शिक्षकों की रिपोर्ट मांगी है। तब तक जो भी हमारे कार्यालय में अटैच हैं, उनको संबंधित संस्था को वापस करने की कार्रवाई कर रहे हैं। एस के सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी, मुरैना
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