ठाणे पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस को संदेह है कि इस ड्रग फैक्ट्री का संबंध अंतरराज्यीय ड्रग माफिया से हो सकता है। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी ड्रग्स बनाकर कहां और किन-किन लोगों तक इसे पहुंचा रहे थे। पुलिस अन्य संदिग्धों और इस नेटवर्क से जुड़े लोगों की तलाश में जुटी है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ठाणे पुलिस नशे के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज कर रही है। पिछले महीने ठाणे पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने घोड़बंदर रोड पर एक अन्य मामले में भी ड्रग्स तस्कर को गिरफ्तार किया था। जिसमें बरामद हुई 242 ग्राम म्याऊ-म्याऊ ड्रग्स यानि मेफेड्रोन (एमडी ड्रग्स) की कीमत 48 लाख रुपये से भी अधिक बताई गई थी।
पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और आरोपी घेवरम पटेल (21) को गिरफ्तार कर लिया। वह हैदराबाद का निवासी है और मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ कासारवडवली पुलिस स्टेशन में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस के अनुसार, बरामद मेफेड्रोन, जिसे म्यो-म्यो या म्याऊ-म्याऊ नाम से भी जाना जाता है एक खतरनाक सिंथेटिक ड्रग है, जिसका इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी अधिक है, जिससे इसकी तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है।