पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीड जिले के गेवराई तालुका के अर्धामसला गांव में रविवार तड़के करीब 2:30 बजे एक मध्यम तीव्रता का विस्फोट हुआ, जिससे मक्का मस्जिद के अंदरूनी हिस्से को नुकसान पहुंचा। पुलिस जांच में सामने आया कि विस्फोट जिलेटिन स्टिक्स के जरिए किया गया था। इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन मस्जिद की फर्श और दीवारों में दरारें आ गई हैं।
महाराष्ट्र ATS ने शुरू की जांच
महाराष्ट्र एटीएस ने मक्का मस्जिद धमाके की जांच शुरू कर दी है। एटीएस अधिकारी जल्द ही आरोपियों से पूछताछ करेंगे। बीड पुलिस ने इस मामले में विजय गव्हाणे (22) और श्रीराम सगाड़े (24) को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी अर्धामसला गांव के निवासी हैं। आरोपी कुएं की खुदाई के काम से जुड़े हैं। खुदाई के दौरान धमाके के लिए जिलेटिन का इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस को संदेह है कि आरोपियों ने उसी विस्फोटक सामग्री इस्तेमाल मस्जिद में धमाके के लिए किया है।
पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा
बीड जिला मुख्यालय से लगभग 35 किमी दूर सैय्यद बादशाह दरगाह के पास स्थित मक्का मस्जिद में हाल ही में जीर्णोद्धार कार्य हुआ था। पुलिस के मुताबिक, शनिवार शाम सैय्यद बादशाह उरुस के जश्न के दौरान सभी समुदायों के लोग जुलूस में शामिल हुए थे। इसी दौरान आरोपियों का कथित तौर पर विवाद हुआ और उन्होंने दूसरे समुदाय के लोगों को धमकी दी कि वे मस्जिद को ध्वस्त कर देंगे। उस रात आरोपी खेत में ही ठहरे थे और देर रात करीब 2 बजे मस्जिद में घुसकर विस्फोट कर दिया। धमाके की आवाज सुनते ही ग्रामीण मस्जिद की ओर दौड़े और वहां का दृश्य देखकर दंग रह गए। मस्जिद की फर्श, दीवारें, पंखे, दरवाजे, खिड़कियां और किताबें क्षतिग्रस्त हो चुकी थीं। एक चश्मदीद ने आरोपियों को मौके से भागते भी देखा।
गांव के सरपंच की सूचना पर पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और सुबह छह बजे दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। घटनास्थल पर बॉम्ब डिटेक्शन और फॉरेंसिक टीम भी पहुंची और छानबीन कर सबूत जुटाए।
संभाजीनगर रेंज के विशेष पुलिस महानिरीक्षक वीरेंद्र मिश्रा और बीड के पुलिस अधीक्षक नवनीत कनवत ने खुद मौके का निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किये है और मामले की गहराई से जांच जारी है।
आरोपियों के खिलाफ तलवाड़ा पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 298, 299, 196, 326(जी), 351(2), 351(3), 352, 61(2), 3(5) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3, 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बताया जा रहा है कि गव्हाणे ने धमाके से पहले सिगरेट पीते हुए इंस्टाग्राम पर रील्स बनाई थी। एक वीडियो में आरोपी जिलेटिन की छड़ें पकड़े हुए दिख रहे हैं। उधर, घटना के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रविवार को तलवाड़ा पुलिस थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बाजार भी बंद रखे। इस दौरान भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। फिलहाल इलाके में शांति है।
AIMIM ने की BJP नेताओं पर कार्रवाई की मांग
बीड मस्जिद में हुए विस्फोट पर एआईएमआईएम प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा, “ऐसे लोगों (आरोपियों) को प्रोत्साहन कौन देता है? इन्हें बीजेपी नेताओं द्वारा हर दिन दिए जाने वाले नफरत भरे भाषणों से हौसला मिलता है। सरकार को इस मामले में सख्त UAPA कानून के तहत कार्रवाई करनी चाहिए, यह मामला फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलना चाहिए और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। जो बीजेपी नेता हर दिन ऐसी बकवास बातें करते हैं, उन्हें भी सजा दी जानी चाहिए… तभी हम भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोक सकेंगे।”