दरअसल, मुजफ्फरनगर में स्थित ‘पंडित जी वैष्णो ढाबा’ का नाम तो हिंदू है, लेकिन इसे सनव्वर नाम का एक मुस्लिम व्यक्ति चलाता है। इस ढाबे में उसका बेटा आदिल और जुबैर समेत दो अन्य लोग भी काम करते हैं।
हाल ही में, स्वामी यशवीर महाराज की टीम के कुछ सदस्य इस ढाबे पर पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने ढाबे के मालिक और कर्मचारियों की धार्मिक पहचान जांचने की कोशिश की, जिसमें पैंट उतरवाकर जांच करने जैसी शर्मनाक हरकत भी शामिल थी।
ढाबा मालिक पर हुई कार्रवाई
पुलिस ने ढाबे के मालिक सनव्वर, आदिल, जुबैर और दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई ढाबे के पूर्व मैनेजर धर्मेंद्र की शिकायत पर की गई है। धर्मेंद्र का आरोप है कि उसे केवल इसलिए मारा गया क्योंकि उसने यह सच उजागर किया था कि इस ढाबे को एक मुसलमान चला रहा है और इसका नाम हिंदू रखा गया है।
पहचान जांचने वालों को भी पुलिस का नोटिस
मुजफ्फरनगर पुलिस ने उन लोगों को भी नोटिस जारी किए हैं, जिन पर होटलों-ढाबों पर जाकर उनके मालिकों और कर्मचारियों के दस्तावेज चेक करने और कथित तौर पर पैंट उतरवाकर धार्मिक पहचान जानने की कोशिश करने का आरोप है। स्वामी यशवीर महाराज का कहना है कि पुलिस ने उनकी टीम के 6 सदस्यों को नोटिस दिया है, जिसका जवाब दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस प्रशासन उनकी टीम के सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करता है, तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा और पूरे देश में एक बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
पुलिस ने फिलहाल राकेश, सनी, सुमित बहरागी, विवेक और रोहित को नोटिस भेजे हैं। वीडियो में दिख रहे अन्य लोगों की भी पहचान करने का प्रयास जारी है। इस मामले को लेकर इलाके में तनाव और बवाल की स्थिति बनी हुई है।