इस पहल में
नारायणपुर पुलिस, डीआरजी, बस्तर फाइटर्स और आईटीबीपी की 41वीं, 29वीं, 45वीं एवं 38वीं वाहिनियों की सक्रिय भागीदारी रही। यह इस महीने का दूसरा और पिछले एक साल में 11वां नया कैंप है, जो घोर नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ क्षेत्र में स्थापित किया गया है। इस कैंप की स्थापना से स्थानीय ग्रामीणों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है और विकास कार्यों की उम्मीद जगी है।
CG News: सुरक्षा और विकास की नई पहल
ग्राम पदमकोट, जो ओरछा ब्लॉक, कोहकामेटा तहसील एवं थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है, अब तेजी से बदल रहा है। नया सुरक्षा कैंप बेडमाकोटी से 5 किमी पश्चिम तथा कोहकामेटा थाना से 26 किमी दक्षिण में स्थित है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार एवं अन्य अधिकारियों ने ग्राम नेलांगुर, पदमकोट और आसपास के ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। ग्रामीणों ने बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग की, साथ ही एक स्थायी पुलिस कैंप की आवश्यकता भी जताई। अधिकारियों ने जल्द ही इन सुविधाओं को उपलब्ध कराने और नेल्लानार में जन समस्या निवारण शिविर लगाने का आश्वासन दिया। नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना से लड़ाई को नई मजबूती मिली है।
नक्सल उन्मूलन को मिलेगी मजबूती
माड़ क्षेत्र से होकर गुजरने वाला नेशनल हाईवे 130-डी (
कोण्डागांव-नारायणपुर-कुतुल-बेडमाकोटी-पदमकोट-महाराष्ट्र) अब जल्द ही निर्माणाधीन सड़कों से जुड़ जाएगा। सुरक्षा बलों की तैनाती से सड़क निर्माण की प्रक्रिया को बल मिलेगा, जिससे आवागमन सुगम होगा और क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलेगा। यह पहल नक्सल उन्मूलन की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी, जिससे स्थानीय लोगों को नक्सल हिंसा से मुक्ति मिलेगी और शांति स्थापित करने में मदद मिलेगी।
परिवहन और बुनियादी ढांचे का विस्तार
CG News: जिला मुख्यालय नारायणपुर से पदमकोट तक शीघ्र ही बस सेवा प्रारंभ की जाएगी। सुरक्षा कैंप की स्थापना से सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाइल नेटवर्क और अन्य आवश्यक सेवाओं के विस्तार में तेजी आएगी। महाराष्ट्र सीमा अब पदमकोट से अधिक दूर नहीं है, जिससे आवागमन सुगम होगा और स्थानीय जनता को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।