प्रशिक्षण का पहला चरण सोमवार को दो सत्रों में किया जाएगा। पहले सत्र में सुबह 9.30 बजे से 1 बजे तक 10वीं के हिंदी व व्यवसायिक पाठ्यक्रम के मूल्यांकनकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। दूसरे सत्र 12वीं के हिंदी व अंग्रेजी विषय के मूल्यांकनकर्ताओं को दोपहर 1.30 बजे से शाम 5 बजे तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। दूसरा चरण 16 मार्च और तीसरा चरण 25 मार्च को आयोजित किया जाएगा।
प्रशिक्षण के बिना नहीं कर पाएंगे मूल्यांकन
सभी मूल्यांकनकर्ताओं को यह प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है। प्रशिक्षण के दौरान मूल्यांकनकर्ताओं की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज होगी जिसकी मॉनिटरिंग मंडल से होगी। प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने वाले मूल्यांकनकर्ता मूल्यांकन में शामिल नहीं हो पाएंगे। यदि कोई मूल्यांकन कर्ता पहले चरण के प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहता है तो वह दूसरे चरण में प्रशिक्षण लेकर मूल्यांकन में शामिल हो सकता है। ये भी पढ़ें:
एमपी में बनेगा 1200 किमी का नर्मदा एक्सप्रेस-वे, इन 11 जिलों से गुजरेगी सड़क भत्ते के लिए 30 कॉपियों का मूल्यांकन जरूरी
बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करने वाले स्थानीय मूल्यांकन कर्ताओं को 150 रुपए और 30 किमी दूर से आने वाले को 180 रुपए प्रतिदिन अतिरिक्त भत्ता दिया जाता है। मूल्यांकन कर्ताओं को ये भत्ता लेने के लिए न्यूनतम 30 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करना जरूरी है। हाईस्कूल में एक कॉपी पर 15 व हायर सेकंडरी में एक कॉपी पर 16 रुपए मिलते हैं।
बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन में शामिल होने वाले मूल्यांकन कर्ताओं के लिए पहली बार प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। तीन चरणों में प्रशिक्षण होगा। बिना प्रशिक्षण के कोई भी मूल्यांकन कर्ता मूल्यांकन में शामिल नहीं हो सकता।- साधना बिलथरिया, प्राचार्य, समन्वयक संस्था एमपी बोर्ड