क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, बीजीएस लेआउट में एक निर्माणाधीन भवन के पास रियल एस्टेट एजेंट लोकनाथ सिंह का शव बरामद हुआ था। उनकी हत्या 22 मार्च को सोलादेवनहल्ली में की गई थी। इस हत्याकांड में उनकी पत्नी यशस्विनी (19) और सास हेमा बाई (37) पर आरोप लगा है। यशस्विनी ने कुछ महीने पहले अपने माता-पिता की इच्छा के खिलाफ जाकर लोकनाथ से शादी की थी। शादी के बाद जब वह अपने ससुराल पहुंची, तो उसे पता चला कि उसके पति के अन्य महिलाओं के साथ भी संबंध हैं। इस मुद्दे पर पति-पत्नी के बीच बार-बार विवाद होता था। यशस्विनी ने अपने पति को कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं माना, तो उसने अपने मायके लौटने का फैसला किया।
मां के साथ मिल कर हत्या को दिया अंजाम
इसके बाद लोकनाथ ने उसे घर वापस आने के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया। इस मुद्दे पर लोकनाथ यशस्विनी के माता-पिता से उलझता और उन्हें तंग करता था। उसने अपनी पत्नी को यह धमकी भी दी कि अगर वह वापस नहीं आई, तो वह उसकी मां को अपने साथ घर ले जाएगा। यह बात यशस्विनी के परिवार वालों को बेहद बुरी लगी। इसके बाद यशस्विनी और उसकी मां हेमा बाई ने मिलकर लोकनाथ सिंह की हत्या की योजना बनाई।
खाने में मिलाई नींद की गोलियां
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों ने पहले लोकनाथ को बेहोश करने के लिए उसके खाने में नींद की दवा मिलाई थी। फिर यशस्विनी उसे बहाने से बात करने के लिए चिक्काबनवरा ले गई, जबकि उसकी मां हेमा बाई ऑटो-रिक्शा में पीछे-पीछे चलती रही। एक निर्जन स्थान पर पहुंचकर दोनों ने इस क्रूर अपराध को अंजाम दिया और कार के अंदर ही लोकनाथ की गला काटकर हत्या कर दी, इसके बाद वे वहां से फरार हो गए।
आरोपी ने सच कबूला
पुलिस ने सबूतों के आधार पर यशस्विनी को हिरासत में लिया और पूछताछ की, जिसके बाद उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने यह भी कबूल किया कि इस हत्याकांड में उसकी मां भी शामिल थी। पूछताछ में यशस्विनी ने खुलासा किया कि अपने पति की सच्चाई जानने के बाद वह शादी को आगे नहीं बढ़ाना चाहती थी और तलाक लेना चाहती थी। लेकिन लोकनाथ इसके लिए तैयार नहीं था और उसे घर लौटने के लिए मजबूर कर रहा था। शुरुआत में पुलिस को शक था कि हत्या की वजह कारोबारी दुश्मनी हो सकती है, क्योंकि मृतक पर धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज थे।