शनिवार सुबह राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में विनोद सिंह, सुनील सिंह और वीरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि दो अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस के अनुसार, घटना सुबह करीब 5 बजे की है, जब ये लोग नहर के पास टहल रहे थे। तभी एक कार से आए अपराधियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी।
मृतकों के परिजनों की तहरीर पर राजपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें 19 नामजद और तीन अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। घटना के बाद जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोशल मीडिया पर कथित आरोपी संतोष यादव की राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए हमला बोला।
उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “इस बार कौन सी स्क्रिप्ट पढ़ेंगे तेजस्वी यादव? बक्सर पर ‘बकार’ निकालेंगे? रीतलाल पर साजिश का राग था, अब आपके ‘दुलरुआ’ अपराधी संतोष यादव ने एक ही परिवार के लोगों की हत्या कर दी — इस पर क्यों मौन व्रत?”
जदयू ने आरोप लगाया कि विपक्ष जब सत्ता में होता है, तब अपराध को “दुर्घटना” कहता है, और जब विपक्ष में होता है, तो “जन आंदोलन”। पुलिस ने जिन 19 लोगों को नामजद किया है, उनमें कथित तौर पर संतोष यादव का नाम भी शामिल है।
जदयू का दावा है कि संतोष यादव राजद से जुड़ा हुआ व्यक्ति है, और उसी को लेकर तेजस्वी यादव से जवाब मांगा गया है। हालांकि, राजद की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं, ऐसे में कानून-व्यवस्था, जातीय समीकरण और नेताओं की जवाबदेही बड़े मुद्दे बनने लगे हैं। सत्ताधारी गठबंधन (JDU-BJP) अपराध पर विपक्ष को घेर रहा है, वहीं राजद और कांग्रेस लगातार सरकार को विफल ठहरा रहे हैं।