यूनुस की मार्च में बीजिंग में की गई टिप्पणी का जवाब
इसे सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड ( NHIDCL ) बनाएगा। इसके 2030 तक पूरा होने की उम्मीद है। यह परियोजना बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस की मार्च में बीजिंग में की गई टिप्पणी का जवाब है, जिसमें उन्होंने कहा था, पूर्वोत्तर भारत लैंड लॉक्ड (भूमि से घिरा हुआ) है और ढाका इस पूरे क्षेत्र के लिए महासागर का एकमात्र संरक्षक है। यूनुस ने यह बात इलाके में चीनी अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की मांग करते हुए कही थी।
समुद्र के रास्ते: प्रोजेक्ट की मुख्य बातें
166.8 किलोमीटर लंबाई परियोजना की
22, 864 करोड़ रुपए लागत है 2030 तक तैयार होगा
539 किमी समुद्री मार्ग बनाएगा कलादान प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट पर नजर : साढ़े आठ घंटे की दूरी पांच घंटे रह जाएगी
परियोजना की कुल लंबाई में से 144.8 किलोमीटर मेघालय और 22 किलोमीटर असम में है। इसमें 19 बड़े पुल, 153 छोटे पुल, 326 पुलिया, 22 अंडरपास, 26 ओवरपास, आठ कम ऊंचाई वाले सबवे और 34 वायडक्ट होंगे। एक बार चालू हो जाने पर नया मार्ग यात्रा के समय को 8.30 घंटे से घटा कर सिर्फ 5 घंटे कर देगा।
कलादान प्रोजेक्ट : समुद्र, नदी और सड़क मार्ग
दूसरी ओर भारत और म्यांमार की संयुक्त भागीदारी से कलादान मल्टी मॉडल ट्रांजिट ट्रंासपोर्ट परियोजना आकार ले रही है। यह कोलकाता को म्यांमार में सित्तवे से समुद्र, नदी और सडक़ मार्ग से जोडऩे वाला प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) का विकल्प तैयार करना है, ताकि पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए व्यापार और संपर्क को सुगम बनाया जा सके। साथ ही भारत-म्यांमार के बीच व्यापार को बढ़ाना है। एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत इस परियोजना पर ज्यादातर पैसा भारत खर्च कर रहा है। कोलकाता से सित्तवे बंदरगाह तक समुद्री मार्ग से इसकी दूरी 539 किमी है। कलादान नदी पर 158 तथा सड़क मार्ग पर 110 किमी तैयार होगा प्रोजेक्ट।
बांग्लादेश पर निर्भरता कम हो जाएगी
बहरहाल भारत ने पूर्वोत्तर राज्यों को समुद्री रास्ते से जोड़ने के लिए करोड़ों रुपए की रणनीतिक परियोजना को मंजूरी दी है। इससे अब शिलांग से सिलचर तक हाई-स्पीड कॉरिडोर के जरिए बांग्लादेश पर निर्भरता कम हो जाएगी। वहीं इस परियोजना से यात्रा का समय भी घटेगा। कलादान प्रोजेक्ट भारत-म्यान्मार के बीच समुद्र, नदी और सड़क मार्ग से संपर्क मजबूत करेगा।