मलिक पर गुंडागर्दी के आरोप
पीडीपी समर्थकों ने मेहराज मलिक पर
निशाना साधते हुए कहा कि यह खुद को विधायक कहता है, मगर इसके तौर-तरीके गुंडों जैसे हैं। उन्होंने मलिक पर पीडीपी के संस्थापक स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया और इसे बर्दाश्त न करने की बात कही। उनके मुताबिक, मलिक के खिलाफ एक पत्रकार के अपहरण का केस भी दर्ज है, लेकिन पुलिस कार्रवाई से बच रही है। समर्थकों ने यह भी दावा किया कि मलिक लोगों को डराने-धमकाने और कई लोगों को ठगने में लिप्त है। साथ ही, वे कहते हैं कि यह
विधानसभा में केवल नेशनल कॉन्फ्रेंस का पक्ष लेने के लिए बिना सोचे-समझे बोलता रहता है।
मैं किसी से नहीं डरता: मलिक
मेहराज मलिक ने जवाब देते हुए कहा कि ये लोग कौन होते हैं मुझे बताने वाले कि मुझे क्या बोलना चाहिए? मुझे किसी से कुछ सीखने की जरूरत नहीं है और न ही मैं किसी से डरता हूं। उन्होंने पीडीपी विधायक वहीद उर रहमान परा पर हमला बोलते हुए उन्हें देशद्रोही ठहराया और कहा, “आप देशद्रोही रहे हैं…आपने माफिया को अंदर घुसाया है। बाहर ढेर सारे लोग हैं, ये सब कौन हैं?”
गार्ड्स ने किया अलग
सुरक्षाकर्मियों और सदन की कार्यवाही देखने आए अन्य लोगों ने आपस में भिड़े विधायकों को अलग-अलग करने की कोशिश की। इसके बाद जैसे ही मेहराज मलिक सेंट्रल हॉल में पहुंचे, उन्होंने वहां फिर से भाजपा के खिलाफ जोर-जोर से बोलना शुरू कर दिया। इससे वहां मौजूद भाजपा के अन्य विधायकों के साथ उनकी दोबारा हाथापाई शुरू हो गई। बीच-बचाव करने की कोशिश में जुटे भाजपा विधायक मोहन लाल जमीन पर गिर गए, जबकि हीरानगर के विधायक की कमीज फट गई।
मीडिया से की बातचीत
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए मेहराज मलिक ने कहा कि पीडीपी और भाजपा एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। ये दोनों मुझे खामोश करना चाहते हैं, लेकिन मैं चुप नहीं बैठूंगा। ये लोग कहते हैं कि मुझमें तमीज की कमी है और मेरे पास सम्मान या शिष्टाचार नहीं है। क्या ये मुझे सिखाने वाले हैं? मैं अपने दिल की सुनूंगा और जिसे इज्जत देना चाहूंगा, वही मेरे लिए सम्मान के लायक होगा।