‘तेजस्वी बस सपने देख रहे हैं’
चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं, लेकिन दिन में सपने देखने से कुछ हासिल नहीं होता। उन्होंने कहा कि लालू यादव के शासन में बिहार में अराजकता, अपराध और जातिवाद का बोलबाला था, जिससे तंग आकर बिहार के लाखों युवा राज्य छोड़ने पर मजबूर हो गए। उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता फिर से जंगलराज में लौटना नहीं चाहती और इसलिए आगामी चुनाव में एनडीए को ही भारी समर्थन मिलेगा।
विपक्ष पर निशाना, सपा को भी घेरा
चिराग पासवान ने न सिर्फ राजद बल्कि अन्य विपक्षी दलों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) सहित पूरा विपक्ष सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने में लगा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष अपनी राजनीति चमकाने के लिए ऐसे मुस्लिम शासकों के नाम सामने ला रहा है, जिन्होंने भारत को नुकसान पहुंचाया था। ‘एनडीए पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगा’
चिराग पासवान ने दोहराया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा, जैसे केंद्र में पीएम मोदी का चेहरा है, वैसे ही बिहार में नीतीश कुमार का है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच और डबल इंजन सरकार बिहार को अगले पांच वर्षों में विकसित राज्य बनाने की दिशा में काम करेगी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि राजद और कांग्रेस के बीच तालमेल की भारी कमी है। कांग्रेस अब राजद के दबाव में आए बिना आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है और यही कारण है कि विपक्षी गठबंधन बिखरने के कगार पर है। दूसरी ओर, एनडीए पूरी तरह मजबूत है और एकजुट होकर चुनाव में उतरेगा।
बिहार चुनाव में बढ़ी बयानबाजी
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। जदयू और राजद एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने हाल ही में बयान दिया था कि नीतीश कुमार को उन्होंने मुख्यमंत्री बनाया, जबकि जदयू ने पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी को राजनीति में लाने वाले भी नीतीश कुमार ही हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला होगा। हालांकि, जमीनी स्तर पर कौन कितना मजबूत है, इसका फैसला जनता ही करेगी। लेकिन एनडीए में एकजुटता और विपक्षी खेमे में बिखराव से फिलहाल सत्ताधारी गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है।