पायलट प्रोजेक्ट शुरू
ट्राई ने एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसके तहत मोबाइल ग्राहकों को अनचाहे एसएमएस (व्यावसायिक और विज्ञापन वाले संदेशों) से पूरी तरह छुटकारा मिलेगा। ट्राई ने सभी दूरसंचार कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे ग्राहकों को अधिक सटीक और प्रभावी डू-नॉट-डिस्टर्ब (डीएनडी) सेवाएं प्रदान करें। इस सुविधा के तहत लोगों को अपनी पसंद के अनुसार केवल आवश्यक संदेश (एसएमएस) प्राप्त करने का विकल्प मिलेगा। ट्राई के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी ने कहा कि स्पैम संदेश पर नियंत्रण के लिए सख्त नियम और टेलीमार्केटर्स के लिए नए प्राधिकरण ढांचे की जांच की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। अमान्य संदेश ब्लॉक होंगे
अब उपभोक्ता चाहें तो किसी सेवा प्रदाता से एसएमएस या कॉल करने की सहमति वापस ले सकते हैं। ग्राहकों को इसका विकल्प दिया जाएगा। इसके बाद अनचाहे संदेश मिलने पूरी तरह बंद हो जाएंगे। डीएलटी मंच ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है, जहां सभी कंपनियों को एसएमएस भेजने वाले संचरण प्रक्रिया की घोषणा करनी होगी। इससे हर संदेश को आसानी से ट्रैक कर पाना संभव हो सकेगा। इससे डेटा सुरक्षा से समझौता या एसएमएस वितरण में देरी किए बिना पता लगाया जा सकेगा कि संदेश कहां से भेजा गया है और किसे डिलीवर हुआ है। जो संदेश मान्य नहीं होंगे, उन्हें डिलीवर होने से पहले ही ब्लॉक कर दिया जाएगा।