Covid के दो नए वैरिएंट मिले, गुजरात और तमिलनाडु में सामने आए 5 केस
Covid 19 के केस बढ़ने के बीच देश में कोरोना वायरस के दो नए वैरिएंट मिले हैं। डब्ल्यूएचओ ने दोनो सबवैरिएंट को मॉनिटरिंग में रखा है। उसने इन दोनों को खतरनाक वाले क्लासिफिकेशन में नहीं डाला है।
Covid 19 के केस बढ़ने के बीच देश में कोरोना वायरस के दो नए वैरिएंट मिले हैं। इंडियन सार्स-कोव-2 जिनॉमिक्स कंसोर्टियम के मुताबिक एक वैरिएंट का नाम NB.18.1 है, जिसका एक केस पहले मिला था। वहीं LF.7 टाइप के 4 केस मिले हैं। कंसोर्टियम के मुताबिक NB.18.1 का एक मामला अप्रैल में तमिलनाडु में मिला था। वहीं LF.7 टाइप के 4 मामले गुजरात में मई में मिले हैं।
डब्ल्यूएचओ ने दोनो सबवैरिएंट को मॉनिटरिंग में रखा है। उसने इन दोनों को खतरनाक वाले क्लासिफिकेशन में नहीं डाला है। उसके मुताबिक NB.18.1 वैरिएंट कितना घातक है, इसकी टेस्टिंग चल रही है। कोविड 19 की जो भी वैक्सीन हैं, वह इन वैरिएंट पर अब तक की टेस्टिंग में प्रभावी पाई गई है।
भारत में पहले 3 वैरिएंट मिले
भारत में इससे पहले प्रमुख वैरिएंट JN.1, BA.2 और ओमिक्रॉन पाए गए थे। डॉक्टरों ने कहा है कि लोगों को JN.1 वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है। उनके अनुसार, अधिकतर रोगियों में केवल हल्के लक्षण ही देखे गए हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क (आईएमए जेडीएन) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. ध्रुव चौहान ने कहा कि लोगों को JN.1 वैरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है, जो ओमिक्रॉन BA.2.86 से है।
साफ-सफाई रखना जरूरी
डॉ. चौहान ने कहा कि यह कोई जानलेवा वैरिएंट नहीं है। लेकिन हमें जरूरी ऐहतियाद करना पड़ेगा- जैसे हाथों को साफ करते रहना, जहां जरूरी हो वहां मास्क पहनना-जैसे कि अस्पताल या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाना और साफ सफाई का ध्यान रखना, हमेशा बेहतर होता है। कोई लक्षण दिखाई दे तो तत्काल डॉक्टर के पास जाएं।